MP में जिन सीटों पर BJP ने बदले प्रत्याशी वहां सभा कर सकते हैं PM मोदी, समझिए सियासी समीकरण
PM Modi In MP: मध्य प्रदेश में पहले चरण के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी भी प्रचार करेंगे. खास बात यह है कि पीएम की सभाएं उन सीटों पर हो सकती है जहां बीजेपी ने इस बार प्रत्याशी बदले हैं.
Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मध्य प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को वोटिंग होनी है. बीजेपी ने यहां प्रचार तेज कर दिया है. खास बात यह है कि पहले चरण में अब पीएम नरेंद्र मोदी भी एमपी प्रचार की कमान संभालेंगे. पीएम एमपी की दो लोकसभा सीटों पर प्रचार करेंगे. 7 और 9 अप्रैल को पीएम मोदी की मध्य प्रदेश में जनसभाएं होंगी. लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद पीएम मोदी पहली बार मध्य प्रदेश के दौरे पर आएंगे.
जबलपुर और बालाघाट में होगी सभा!
पहले चरण में मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री की दो जनसभाएं हो सकती हैं, पीएम 7 अप्रैल को जबलपुर और 9 अप्रैल को बालाघाट में चुनावी सभा कर सकते हैं. आचार संहिता लगने के बाद पीएम मोदी का यह मध्य प्रदेश में पहला दौरा होगा. इससे पहले वह 11 फरवरी को झाबुआ के दौरे पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया था, लेकिन तब आचार संहिता नहीं लगी थी. बताया जा रहा है कि पीएम के प्रचार को लेकर बीजेपी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.
दोनों सीटों पर BJP ने बदले प्रत्याशी
जिन दो लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने पीएम मोदी की सभाएं करवाने का प्लान किया है, उन दोनों सीटों पर बीजेपी ने इस बार प्रत्याशी बदले हैं. जबलपुर में बीजेपी ने इस बार आशीष दुबे को प्रत्याशी बनाया है, क्योंकि यहां के वर्तमान सांसद राकेश सिंह विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक और मोहन सरकार में मंत्री बन चुके हैं. वहीं बालाघाट लोकसभा सीट पर बीजेपी ने इस बार महिला कार्ड खेला है, पार्टी ने वर्तमान सांसद ढाल सिंह बिसेन का टिकट काटकर डॉ. भारती पारधी को टिकट दिया है. ऐसे में बीजेपी ने इन दोनों सीटों पर पीएम मोदी की सभा करवाने का प्लान किया है.
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2 पर प्रचार 6 पर फोकस
खास बात यह है कि जबलपुर महाकौशल का सेंटर प्वाइंट माना जाता, जहां पीएम मोदी की सभा के जरिए दो और लोकसभा सीटें मंडला और शहडोल पर फोकस करना चाहेगी, वहीं बालाघाट में सभा के जरिए छिंदवाड़ा और सीधी सीट पर भी फोकस किया जाएगा. यानि दो सीटों पर प्रचार के जरिए बीजेपी पहले चरण की सभी 6 सीटों को साधना चाहती है. जबलपुर में बीजेपी ने सवर्ण प्रत्याशी पर दांव लगाया है तो कांग्रेस ने यहां ओबीसी वर्ग के दिनेश यादव को टिकट दिया है. वहीं बालाघाट में बीजेपी ने ओबीसी वर्ग की डॉ. भारती पारधी को टिकट दिया है तो कांग्रेस ने यहां सवर्ण प्रत्याशी सम्राट सारस्वार पर दांव लगाया है. ऐसे में बीजेपी जातिगत समीकरणों को भी साधने में जुटी है.
आदिवासी वोट बैंक पर बीजेपी का फोकस
पहले चरण में जिन 6 लोकसभा सीटों पर वोटिंग होनी है, उन सभी सीटों पर आदिवासी वोटर्स निर्णायक माने जा रहे हैं. खास बात यह है कि लोकसभा चुनाव से पहले ही पीएम मोदी ने मंडला और शहडोल में भी दौरा किया था, जहां पीएम ने आदिवासी वर्ग के साथ संवाद भी किया था. जबकि अब चुनाव में वह बालाघाट और जबलपुर के दौरे पर पहुंच रहे हैं. बालाघाट लोकसभा की 8 में से 5 सीटों पर आदिवासी वोट निर्णायक माना जाता है, जबकि जबलपुर की 8 में से 3 सीटों पर यह वर्ग निर्णायक है.
इसी तरह सीधी लोकसभा की 8 में 5 सीटें आदिवासी बहुल हैं, जबकि मंडला लोकसभा सीट आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित हैं. वहीं बात अगर छिंदवाड़ा लोकसभा सीट की जाए तो छिंदवाड़ा लोकसभा में आने वाली 7 विधानसभा सीटों पर आदिवासी वर्ग अहम माने जाते हैं. इसके अलावा शहडोल लोकसभा सीट भी आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित हैं. ऐसे में बीजेपी का पूरा फोकस इन सीटों पर बना हुआ है. जहां पीएम मोदी की सभा बीजेपी के पक्ष में अहम मानी जा रही है.
भोपाल से अजय दुबे की रिपोर्ट
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