चंबल की इस सीट पर 3 के फेर में उलझी कांग्रेस, इधर खत्म होगा इंतजार, उधर BSP भी तैयार
Morena Lok Sabha Seat: कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों पर अभी भी होल्ड लगा रखा है, इन सीटों पर कई दावेदार नजर आ रहे हैं, जबकि चंबल अंचल की एक सीट पर पार्टी 3 के फेर में उलझी है.
Morena News: मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने अब तक 22 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है, 6 सीटों पर अभी भी होल्ड लगा है, जिसमें चंबल अंचल की दो अहम सीटें भी शामिल हैं. जिसमें से एक पर कांग्रेस 3 के फेर में फंसी नजर आ रही है, दरअसल, यहां तीन दिग्गज कांग्रेस के दावेदार नजर आ रहे हैं, ऐसे में किसे मौका दिया इस पर अब तक सहमति नहीं बन पाई है. वहीं एक तरफ कांग्रेस उम्मीदवार के ऐलान के बीच बसपा भी यहां वैट एंड वॉच की स्थिति में नजर आ रही हैं, जबकि बसपा इस सीट पर प्रभावी भूमिका में रहती है. ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस उम्मीदवार का ऐलान होने के बाद बसपा भी यहां उम्मीदवार की घोषणा करेगी.
मुरैना लोकसभा सीट पर 3 दावेदार
दरअसल, मुरैना लोकसभा सीट पर बीजेपी ने एक तरफ जहां शिवमंगल सिंह तोमर को टिकट दिया है, वहीं कांग्रेस अब तक यहां प्रत्याशी का ऐलान नहीं कर पाई है. कांग्रेस से यहां दो विधायक और एक पूर्व विधायक दावेदार बनकर सामने आए हैं. जिसमें विजयपुर से सीनियर विधायक रामनिवास रावत, जौरा से विधायक पंकज उपाध्याय और पूर्व विधायक बैजनाथ कुशवाहा की दावेदारी है, जबकि बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार भी दावेदार कर रहे हैं.
इन्हीं में से कोई एक हो सकता है प्रत्याशी
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस इन्हीं नामों में से किसी एक पर दांव लगा सकती है. क्योंकि मुरैना लोकसभा सीट पर जातिगत समीकरण सबसे अहम माने जाते हैं. खास बात यह है कि 2019 में बीजेपी के नरेंद्र सिंह तोमर यहां से विधायक बने थे, लेकिन तोमर विधानसभा का चुनाव जीतकर विधायक बन गए थे, ऐसे में भाजपा ने भी यहां शिवमंगल सिंह तोमर के तौर पर नया चेहरा उतारा है. ऐसे में कांग्रेस भी यहां नया चेहरा उतार सकती है. 2019 में मुरैना से रामनिवास रावत ने चुनाव लड़ा था, तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
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जातिगत समीकरणों के आधार पर बैजनाथ कुशवाह और पंकज उपाध्याय का नाम सबसे आगे चल रहा है, क्योंकि मुरैना सीट पर ओबीसी और ब्राह्राण मतदाता प्रभावी भूमिका में नजर आते हैं, जबकि रामनिवास रावत अनुभव के तौर पर प्रभावी नजर आते हैं, इसके अलावा नीटू उर्फ सत्यपाल सिंह सिकरवार भी प्रत्याशी हो सकते हैं. दरअसल, बीजेपी राजपूत वर्ग के प्रत्याशी को टिकट दिया है, ऐसे में कांग्रेस ब्राह्राण या ओबीसी वर्ग पर दांव लगा सकती है.
वेट एंड वॉच मोड पर बसपा
खास बात यह है कि मुरैना लोकसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी भी प्रभावी भूमिका में रहती है. बसपा ने अब तक मध्य प्रदेश की 7 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया है, लेकिन मुरैना में बसपा वैट एंड वॉच मोड पर नजर आ रही है. माना जा रहा है कि कांग्रेस प्रत्याशी के नाम का ऐलान होने के बाद ही बसपा भी यहां अपने प्रत्याशी की घोषणा कर सकती है. जिससे एक बार फिर मुरैना में मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है. क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बसपा ने अच्छे वोट बटौरे थे, जबकि विधानसभा चुनाव में भी बसपा के प्रत्याशी प्रभावी भूमिका में नजर आए थे.
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