Congress Leaders Join BJP: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस में जो भगदड़ शुरू हुई है, वह रुकने का नाम नहीं ले रही है. कांग्रेस के नेताओं का बीजेपी में शामिल होने का सिलसिला अब आम बात हो गई है. क्योंकि हर दिन कोई न कोई नेता कांग्रेस को वाय-वाय बोलकर बीजेपी के हाय बोल देता है. गुरुवार को विंध्य अंचल में बीजेपी ने कांग्रेस में बड़ी सेंधमारी करते हुए कई नेताओं को पार्टी में शामिल कराया है. 


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1500 से ज्यादा नेता कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल 


गुरुवार को सतना जिले के कई नेता बीजेपी में शामिल हो गए. पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह समेत कांग्रेस के महासचिव, रीवा के पूर्व सांसद देवराज सिंह, 2 पूर्व आईजी समेत कई नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ली है. गुरुवार को ही अकेले सतना, रीवा, इंदौर, शहडोल, अनुपपूर और जबलपुर के 1500 से कांग्रेस पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की सदस्यता ली है. यह जानकारी खुद बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने दी है. जिससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस में भगदड़ की स्थिति क्या है. 


अजय सिंह के सबसे ज्यादा समर्थक 


खास बात यह है कि सतना जिले में जिन नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी है, उनकी गिनती मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के करीबियों में होती थी. माना जा रहा है कि अजय सिंह इस बार सतना लोकसभा सीट से टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को टिकट दी है. जिसके बाद से ही अजय सिंह के समर्थक नाराज बताए जा रहे हैं. ऐसे में एक साथ उनके समर्थकों के कांग्रेस छोड़ने के बाद कई सियासी अटकलों को भी बल मिलता नजर आ रहा है. 


सतना सीट पर बदल सकते हैं समीकरण 


सतना लोकसभा सीट पर बड़ी संख्या में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने से यहां के सियासी समीकरण बिगड़ते नजर आ रहे हैं. क्योंकि सतना में कांग्रेस ने सिद्धार्थ कुशवाहा को टिकट दिया है. कांग्रेस ने पिछले तीन बड़े चुनावों में सिद्धार्थ को ही टिकट दिया है, जिससे पार्टी के कई नेता नाराज थे. ऐसे में सतना में कांग्रेस ने जातिगत समीकरण साधने की जो कोशिश की थी, उसका गणित अब गड़बड़ा सकता है. बता दें कि बीजेपी ने यहां से वर्तमान सांसद गणेश सिंह को ही टिकट दिया है. 


हर दिन नेता छोड़ रहे कांग्रेस


आलम यह है कि हर दिन कई नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, बात अगर सालभर में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं की जाए तो यह आंकड़ा 14 हजार से ज्यादा हो चुकी है. यानि औसतन हर दिन 200 कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस छोड़ी है. बताया जा रहा है कि बीजेपी का पूरा फोकस फिलहाल लोकसभा चुनाव पर बना हुआ है. ऐसे में पार्टी लगातार अपना कुनबा बढ़ाने में जुटी है, ताकि न केवल राजनीतिक तरीके से बल्कि मनोवैज्ञानिक तरीके से भी कांग्रेस को परेशानी में डालने की तैयारी चल रही है. 


कई दिग्गज छोड़ चुके हैं कांग्रेस 


खास बात यह है कि अब तक कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी पार्टी छोड़ चुके हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, जबलपुर महापौर जगत प्रकाश अन्नू, कई पूर्व विधायक अब तक कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. खास बात यह जिन नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी हैं, उनमें कई कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बेहद करीबी और उनके साथ काम करने वाले माने जाते थे. जिससे सियासी गलियारों में यह चर्चा भी चल रही है कि क्या कांग्रेस के बड़े नेता भी अब अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को मना नहीं पा रहे हैं. 


कमलनाथ ने साधा बीजेपी पर निशाना 


कांग्रेस में मची भगदड़ पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा 'यह दिन पर दिन स्पष्ट होता जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार बहुत निचले स्तर पर उतर आयी है, आज हमारी नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने मीडिया के सामने यह बताया कि किस तरह 30 साल पुराने मामले तक के इनकम टैक्स के नोटिस भेजे जा रहे हैं. पार्टी के बैंक खातों को जब्त कर दिया गया है. लोकतंत्र की हत्या करने के लिए पहले कांग्रेस की चुनी हुई सरकार गिरायी गई, उसके बाद नेताओं की खरीद फरोख्त की गई, जो नेता नहीं झुके उनके ऊपर जांच एजेंसियों का अंकुश लगाया गया और अब ठीक चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को आर्थिक रूप से पूरी तरह चौपट करने के लिए आयकर विभाग का उपयोग किया जा रहा है. यह कांग्रेस कार्यकर्ताओं और देश की जनता के लिए परीक्षा की घड़ी है। हम सबको मिलकर इस तानाशाही सरकार का न सिर्फ़ मुकाबला करना है.'
 
कांग्रेस में कोई नहीं रहना चाहता: सीएम मोहन 


वहीं सीएम मोहन ने कांग्रेस नेताओं को बीजेपी की सदस्यता दिलाते हुए कहा 'कांग्रेस में अब कोई नहीं रहना चाहता है. देश की जनता को किसी और पार्टी से आस नहीं है, इसलिए हर कोई बीजेपी के साथ जुड़ना चाहता है. क्योंकि हमारी सरकार गरीब, किसान, युवा और महिलाओं के विकास के लिए काम करती रहेगी.' बता दें कि बीजेपी का फोकस फिलहाल लोकसभा चुनाव पर लगा हुआ है. ऐसे में पार्टी लगातार कांग्रेस नेताओं को अपने पाले में करने में जुटी है. 


भोपाल से प्रमोद शर्मा की रिपोर्ट 


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