नई दिल्ली: गौर से देखिए इस तस्वीर को. यह सिर्फ एक तस्वीर नहीं प्रतीक है गिरती राजनीति के खिलाफ लोगों के दरकते भरोसे का. हर कीमत पर नेतागीरी चमकाने पर उतारू सियासी लोगों के खिलाफ अफसरों के डिगते भरोसे का और कालिख की राजनीति करते 'नेताओं' के खिलाफ समय पर जागरूक होने का. सिवनी के SDM की यह तस्वीर बिना कुछ कहे व्यवस्था को आइना दिखा रही है.


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ऐसी तस्वीर शायद कभी न आती लेकिन सत्ता के गलियारों में राजनीति चमकाने वाले चंद लोगों ने माहौल ऐसा बना दिया कि SDM साहब को हेलमेट पहन कर आना पड़ा. SDM खुद को बचाने के लिए वरन कुछ लोगों की सोच पर तमाचा जड़ने के लिए हेलमेट पहनकर आए थे. या शायद उस डर से कि कहीं उनके  विश्वास पर भी कालिख न पोत दी जाए. 


छतरपुर SDM के मुंह पर कालिख पोतने की घटना को जबलपुर कमिश्नर ने कायराना हरकत बताया


यह पूरा छतरपुर की उस घटना से शुरू होता है जहां एसडीएम के मुख पर एक कांग्रेसी नेता ने कालिख पोत दी थी. नेता जी को सिर्फ अपनी राजनीति चमकानी थी शायद. या फिर अपने नेताओं में नजरों में आना था. अक्सर ऐसे हरकते छुटभइये नेता करते हैं जिससे वो अपने आकाओं के सिरमौर बन सकें. 


छिंदवाड़ा कलेक्टर ने दिए आदेश, 5 से अधिक लोग नहीं दे सकेंगे ज्ञापन


दरअसल, कुछ दिनों पहले छतरपुर के युवा कांग्रेस नेता बंटी पटेल ने चौरई एसडीएम सीपी पटेल के मुंह पर कालिख पोत थी. युवा नेता बीजेपी की किसान बिल और कर्जमाफी का विरोध जताने के साथ ही एसडीएम को ज्ञापन सौंपने गए थे. इसी दौरान कांग्रेस नेता ने ऐसी हरकत की थी. जिसके बाद छिंदवाड़ा कलेक्टर ने कांग्रेस नेता के पांच वर्षों के अपराध को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई का आदेश दिया था. इस मामले में कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया जा चुका है. एसडीएम के मुंह पर कालिख पोतने से नाराज राज्य कर्मचारियों ने दो दिन तक हड़ताल की थी और सरकार लालबत्ती और सुरक्षा गार्ड की मांग की थी. हालांकि शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें आश्वासन देकर मामला शांत करा दिया था.


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