जरा हटकेः पिछले तीन साल में तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं `मंत्रीजी`, कल पता चलेगा हैट्रिक लगी या..
10 नवंबर का आने वाले उपचुनाव के नतीजों में शिवराज सरकार के 14 मंत्रियो की भविष्य दांव पर लगा है. लेकिन एक मंत्री ऐसे भी है जो तीन साल से लगातार चुनाव लड़ रहे हैं. जो दो बार चुनाव जीत चुके हैं ऐसे में वे जीत की हैट्रिक लगा पाते है या नहीं यह देखना दिलचस्प रहेगा.
अशोकनगरः मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव का नतीजे कल आने वाले हैं. हर सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिला है. लिहाजा चुनाव नतीजो पर सब टकटकी लगाए बैठे हैं. लेकिन शिवराज सरकार के एक मंत्री ऐसे भी हैं जो पिछले तीन सालों से लगातार चुनाव लड़ रहे हैं. बात कर रहे हैं मुंगावली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे राज्यमंत्री बृजेंद्र सिंह यादव की जो 2017, 2018 के बाद तीसरी बार 2019 में लगातार तीसरा चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में दो बार जीत हासिल करने वाले मंत्री तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगा है या नहीं यह कल आने वाले नतीजे तय करेंगे.
मुंगावली में लगातार तीसरा चुनाव
अशोकनगर जिले में आने वाली मुंगावली विधानसभा सीट पर 2017 में कांग्रेस विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव की स्थिति बनी थी. जिसमें पहली बार बृजेंद्र सिंह यादव चुनाव मैदान में उतरे और बीजेपी प्रत्याशी बाई साहब यादव को कड़े मुकाबले में चुनाव हराया. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर बृजेंद्र सिंह यादव को ही चुनाव लड़ाया. इस बार भी उन्होंने जीत दर्ज की. लेकिन 2019 में बृजेंद्र सिंह यादव विधायकी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए. उन्हें शिवराज सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया और बृजेंद्र सिंह यादव अब तीसरी बार चुनाव मैदान में है.
इस बार चर्चा में रहे बृजेंद्र सिंह यादव
उपचुनाव के दौरान बृजेंद्र सिंह यादव चर्चा में बने रहे. उनके दो वायरल वीडियो हुए. जिसमें एक वीडियो में वे सिख समाज के लोगों से उलझते हुए नजर आए. तो दूसरे वीडियो में बृजेंद्र सिंह यादव पर आशा कार्यकर्ताओं को साड़ियां बांटने के आरोप लगे. जिससे बृजेंद्र सिंह यादव चुनाव के दौरान प्रदेश की सियासी चर्चा में बने रहे हैं. इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के कन्हईराम लोधी से हुआ है. जब तक सिंधिया कांग्रेस में रहे कन्हईराम लोधी भी उनके करीबी माने जाते थे. यही वजह है कि इस बार भी मुंगावली के नतीजों पर सबकी नजरें हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के माने जाते हैं करीबी
बृजेंद्र सिंह यादव की गिनती ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबियों में होती हैं. 2017 के उपचुनाव में सिंधिया ने ही उन्हें टिकिट दिलाया था और उनके लिए जमकर प्रचार भी किया. जिसके चलते उन्हें 2017 के उपचुनाव में जीत भी मिली. लिहाजा ज्योतिरादित्य सिंधिया जब बीजेपी में शामिल हुए तो बृजेंद्र सिंह यादव भी उनके साथ बीजेपी में चले गए. जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें उपचुनाव में लड़ाया है.
सिंधिया-शिवराज ने किया जमकर प्रचार
बृजेंद्र सिंह यादव के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बार भी जमकर प्रचार किया. जबकि सीएम शिवराज भी यहां लगातार सक्रिय रहे. सिंधिया ने शिव-ज्योति एक्सप्रेस चलाने की बात भी मुंगावली सीट से ही की थी. लिहाजा यह सीट सिंधिया और बृजेंद्र सिंह यादव दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बनी हुई है.
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