रीवा: मध्‍य प्रदेश के रीवा से चार साल पहले गुमशुदा हुआ25 वर्षीय युवक पाकिस्‍तान की लाहौर जेल में कैद है; ऐसी सूचना हाल में केंद्र सरकार के जरिए रीवा पुलिस को मिली है. केंद्र सरकार ने युवक की शिनाख्‍त पुख्‍ता करने के लिए रीवा पुलिस से उसके मूल दस्‍तावेज मांगे हैं. जिससे उसकी पहचान सुनिश्चित करने के बाद उसके वतन वापसी की प्रक्रिया शुरू की जा सके.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रीवा जिला के पुलिस अधीक्षक आबिद खान के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय से उन्‍हें एक पत्र मिला है. जिसमें पाकिस्‍तान की लाहौर जेल में कैद एक युवक के संबंध में रीवा जिला पुलिस से मांगी गई है. उन्‍होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए दस्‍तावेज, रीवा जिले के अंतर्गत आने वाले एक गांव से लापता हुए युवक से मेल खा रही हैं. यह युवक बीते चार सालों से लापता है. 


2015 में रीवा के सदहना गांव से लापता हुआ था युवक
रीवा जिला पुलिस अधीक्षक आबिद खान ने बताया कि इस युवक की पहचान नईगढ़ी पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सदहना गांव के अनिल कुमार के रूप में की गई है. युवक के परिजनों ने स्‍थानीय पुलिस थाने में जनवरी 2015 में उसके लापता होने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. उन्‍होंने बताया कि रीवा जिला पुलिस से मांगी गई जानकारी और संबंधित दस्‍तावेजों को केंद्रीय गृह मंत्रालय के संबंधित अधिकारियों को भेज दिया गया है.


यह युवक पाकिस्‍तान कैसे पहुंचा, इस सवाल पर रीवा जिला पुलिस अधीक्षक आबिद खान का कहना है कि हमे नहीं मालूम कि यह युवक रीवा से पाकिस्‍तान कैसे पहुंच गया. हमें इस युवक के पाकिस्‍तान की लाहौर जेल में होने की जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय से मिले पत्र के बाद मिली. पत्र मिलने के बाद, जिला पुलिस के द्वारा  गुमशुदा लोगों की शिनाख्‍त शुरू की गई. जिसमें गृह मंत्रालय से भेजे गई जानकारी और फोटो इस युवक से मिलती हुई दिखीं. 


युवक के पिता ने पीएम मोदी से की पुत्र के वतन वापसी की अपील 
पाकिस्‍तान की लाहौर जेल में कैद होने की जानकारी मिलने के बाद युवक अनिल कुमार के पिता बुद्धसेन साकेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है. अपनी अपील में बुद्धसेन साकेत ने कहा है कि जल्‍द उनके पुत्र को वतन वापस लाया जाए. उन्‍होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं कि मेरे पुत्र की सहायता करें, जिससे उसकी वतन वापसी संभव हो सके.


उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबकी मदद करते हैं और मुझे यकीन है कि वह मेरी भी सहायता करेंगें. एक स्‍थानीय पुलिस अधिकारी के अनुसार, 3 जनवरी 2015 को अनिल अपने घर से लापता हुआ था. उसके परिजन ने रिश्तेदारों और आसपास के इलाकों में काफी तलाश करने के बाद नईगढ़ी पुलिस थाने में 10 जनवरी 2015 को उसके लापता होने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. 


(इनपुट: भाषा)