स्वास्थ्य मंत्री बोले-कोवैक्सीन टीका लगाने से नहीं हुई दीपक मारवी की मौत, कांग्रेस ने कहा,``पहले CM और BJP नेता लगवाएं``
प्रभुराम चौधरी ने कहा,``वैक्सीनेशन के 30 मिनट के अंदर अगर रिएक्शन होता है तो दिखने लगता है. कोवैक्सीन की डोज लेने के 24 से 48 घंटे के बाद भी किसी वालंटियर पर इसका विपरीत असर देखने को नहीं मिला है.
भोपाल: राजधानी भोपाल में कोवैक्सीन (Covaxin) का ट्रायल डोज लगाने के बाद वालंटियर दीपक मारवी की पर सियासत शुरू हो गई है. मामले को लेकर कांग्रेस शिवराज सरकार पर हमलावर हो गई है. इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि कोवैक्सीन के डोज से किसी की मौत नहीं हुई है. दीपक मारवी के मामले में यह बात सामने आई है कि जहर की वजह से उसको हार्ट अटैक आया, जिस कारण उसकी जान गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यही बात लिखी है.
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प्रभुराम चौधरी ने कहा,''वैक्सीनेशन के 30 मिनट के अंदर अगर रिएक्शन होता है तो दिखने लगता है. कोवैक्सीन की डोज लेने के 24 से 48 घंटे के बाद भी किसी वालंटियर पर इसका विपरीत असर देखने को नहीं मिला है. पोस्टमार्टम में जहर से जान जाने की बात सामने आई है.'' उन्होंने कहा कि मैं भी एक डॉक्टर हूं, मुझे पता है. हालांकि हर मौत दुखद होती है. इसलिए मामले की जांच कराई जाएगी. इसके अलावा उन्होंने डॉक्टरों को कोवैक्सीन (Covaxin) ट्रायल में शामिल रहे हर वालंटियर के हेल्थ की जांच के आदेश दिए हैं.
वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को लेकर कांग्रेस लोगों में भ्रम फैला रही है. वैक्सीन का कोई गलत प्रभाव होता तो एक से दो दिन में दिख जाता. कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया,''कोवैक्सीन का ट्रायल डोज लगवाने वाले वालंटियर दीपक मारवी की मौत की घटना बेहद गंभीर है. सरकार इसकी जांच कराए, जनता के स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है. जनता में विश्वास के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर सारे मंत्री सबसे पहले वैक्सीन लगवाएं.''
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आपको बता दें कि कोरोना कोवैक्सीन (Covaxin of Bharat Biotech) का ट्रायल डोज लगवाने वाले वालंटियर दीपक मरावी (47) की 21 दिसंबर की रात मौत हो गई. इस बात की जानकरी वालंटियर की मौत के 19 दिन बाद सामने आई है. दीपक मरावी को 12 दिसंबर को टीका लगाया गया था. जिसके बाद से उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी. इस दौरान हॉस्पिटल द्वारा उनके स्वास्थ्य की भी जानकारी नहीं ली गई. जबकि गाइडलाइन के मुताबिक ट्रायल में शामिल होने वाले वालंटियर की हेल्थ रिपोर्ट हर दिन लेनी होती है.
दीपक मरावी की मौत से टीका लगाने वाले पीपुल्स अस्पताल के ट्रायल सिस्टम पर भी सवाल उठने लगे हैं. हालांकि, प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दीपक मरावी की मौत का कारण जहर के कारण हार्ट अटैक आना बताया गया है. उनकी मौत कोवैक्सीन का टीका लगवाने से हुई या किसी अन्य कारण से, इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आने के बाद होगी. फिलहाल दीपक के शव को विसरा पुलिस को सौंप दिया गया है.
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