MP Shiv Temple: मध्य प्रदेश का अधूरा शिव मंदिर, जानें क्या है महाभारत काल से जुड़ी मान्यता
MP Ka Adhura Shiv Mandir: मध्य प्रदेश में एक ऐसा प्राचीन शिव मंदिर है, जो आज भी अधूरा है. पहाड़ों पर स्थित इस मंदिर को `भोजपुर शिव मंदिर` या `भोजेश्वर महादेव` के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर को लेकर कई रहस्य हैं. जानते हैं इस मंदिर के बारे में-
Madhya Pradesh Ancient Incomplete Shiva Temple: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भोलेनाथ का एक ऐसा प्राचीन मंदिर है, जो अधूरा है. 100 साल से भी ज्यादा पुराने इस शिव मंदिर को लेकिन कई तरह की मान्यताएं हैं. जानिए इस प्राचीन अधूरे शिव मंदिर की कहानी के बारे में-
भोजपुर शिव मंदिर
भोजपुर शिव मंदिर- MP की राजधानी भोपाल से 32 KM दूर स्थित 'भोजपुर शिव मंदिर' या 'भोजेश्वर महादेव' मंदिर मध्य प्रदेश का अधूर शिव मंदिर है. माना जाता है ये मंदिर 100 साल पुराना पांडव काल का है.
MP का अधूरा शिव मंदिर- भोजपुर शिव मंदिर का निर्माण आज भी अधूरा है. बेतवा नदी के तट पर बने इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग एक पत्थर से बनी हुई है. कहा जाता है कि परमार वंश के राजा भोज ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था. मंदिर का गुंबद आज भी अधूरा है .
क्यों अधूरा है भोजपुर शिव मंदिर
क्यों अधूरा है भोजपुर शिव मंदिर - मंदिर के अधूरे होने के पीछे के कारण को लेकर कहा जाता है कि मंदिर का निर्माण एक ही रात में होना था. सूर्योदय के कारण मंदिर का निर्माण रोक दिया गया और यह आज तक पूरा नहीं बन पाया. अधूरा गुंबद इस बात का प्रमाण है कि मंदिर का निर्माण तब से आज तक अधूरा है.
पांडव काल से जुड़ी है मान्यता
पांडव काल से जुड़ी है मान्यता- भोजपुर शिव मंदिर को लेकर मान्यता है कि महाभारत काल में अज्ञातवास के दौरान माता कुंती ने इस मंदिर में भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की थी. अगले दिन सूर्योदय होते ही पांडव यहां से लुप्त हो गए थे.
2 अन्य मंदिर
2 अन्य मंदिर- भोजपुर शिव मंदिर के पास ही दो मंदिर और हैं. इनमें एक जैन मंदिर और दूसरा शिव-पार्वती मंदिर है. भोजपुर मंदिर में साल में दो बार- सक्रांति और शिवरात्रि के समय पर विशाल मेला लगता है.
कैसे पहुंचे भोजपुर शिव मंदिर
कैसे पहुंचे भोजपुर शिव मंदिर- भोजपुर शिव मंदिर भोपाल से 32 KM दूर है. यहां जाने के लिए सबसे पहले आप हवाई यात्रा या रेल यात्रा के जरिए भोपाल पहुंचें. इसके बाद लोकल टैक्सी या बस से भोजपुर शिव मंदिर पहुंच सकते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी विभिन्न मान्यताओं और स्त्रोतों पर आधारित है.