कमलनाथ के प्रभाव वाले जिलों में भंग हुई कांग्रेस कार्यकारिणी, CM मोहन के मंत्री ने कसा तंज
MP Politics: मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले की कार्यकारिणी भंग कर दी है. यह दोनों जिले कमलनाथ के प्रभाव वाले हैं, ऐसे में इस मामले में सियासत शुरू होती दिख रही है.
मध्य प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस पार्टी ने संगठन में बदलाव करने की बात कही गई थी, जिसकी शुरुआत पूर्व सीएम कमलनाथ के प्रभाव वाले छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले से होती दिख रही है. दोनों ही जिलों में कांग्रेस की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है. लेकिन इस पर सियासत शुरू होती दिख रही है. दरअसल, दोनों जिलों की कांग्रेस कार्यकारिणी भंग करने का जो प्रेस नोट जारी किया गया है, उस प्रेस नोट में कमलनाथ और नकुलनाथ के चर्चा के बाद कार्यकारिणी भंग करने की बात कही गई है, जबकि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की इस पत्र में कोई जिक्र तक नहीं है. जिस पर बीजेपी ने तंज कसा है.
जीतू पटवारी का जिक्र नहीं
एमपी कांग्रेस के संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले की कांग्रेस कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है. हालांकि चारों मोर्चा संगठन के जिला अध्यक्ष यथावत रहेंगे, लेकिन कार्यकारिणी भंग हुई है, क्योंकि पांढुर्णा छिंदवाड़ा से अलग होकर नया जिला बना है. इसलिए दोनों जिला अध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि नई टीम बनाई जाए. इस पूरे पत्र में जीतू पटवारी का जिक्र नहीं है. जबकि वह पार्टी के अध्यक्ष हैं, इस पर बीजेपी निशाना साध रही है. जिस पर राजीव सिंह का कहना है कि भाजपा के कुछ भी कहने से फर्क नहीं पड़ता. हमारा संगठन है, हम भाजपा के कहने पर थोड़े चलेंगे.
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मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने साधा निशाना
वहीं छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिले की कांग्रेस कार्यकारिणी भंग करने के मामले पर मोहन सरकार में राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने निशाना साधते हुए कांग्रेस को डूबता जहाज बताया. उन्होंने कहा 'ये डूबता जहाज है और गुट और गिरोह की कांग्रेस चल रही है और ये दुर्भाग्यपूर्ण दिन चल रहे हैं, अपने आप में लड़ लड़कर खत्म कर लेंगे. क्योंकि कांग्रेस डूबता जहाज है. हमारी जितनी कुल कार्यकारिणी उतने इनके महासचिव है. ये फ्लॉप है इनका संघठन के कोई वास्ता ही नहीं बचा है.'
कांग्रेस संगठन में चल रही हैं बदलाव की चर्चा
दरअसल, लोकसभा चुनाव में 29 सीटों पर मिली हार के बाद से ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस कार्यकारिणी में बदलाव की चर्चा चल रही है. क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से अब तक पीसीसी चीफ जीतू पटवारी अपनी टीम नहीं बना पाए हैं. फिलहाल कमलनाथ के अध्यक्ष रहते हुए जो टीम थी वहीं अभी भी काम कर रही है. पिछले दिनों दिल्ली में जीतू पटवारी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन से भी मुलाकात की थी, इसके बात से ही यह माना जा रहा है कि जल्द ही जीतू अपनी नई टीम बना सकते हैं.
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