विमलेश मिश्रा/मंडला: प्रदेश का टाइगर रिजर्व बांधवगढ़ (Tiger Reserve Bandhavgarh) भी अब बारासिंघों से गुलजार होगा. अब कान्हा के बारासिंघे न केवल बांधवगढ़ में होंगे ,बल्कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और वन विहार में भी है. आज सुबह कान्हा टाइगर रिजर्व के बिसनपुरा, रौंदा और कान्हा रेंज से 11 नर और 8 मादा बारासिंघे कुल 19 बारासिंघे को बांधवगढ़ के लिए रवाना किया गया है. जो शाम तक बांधवगढ़ पहुंच जाएंगे.


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19 बारासिंघे पार्क के मागधी रेंज में छोड़े जाएंगे
बता दें कि बांधवगढ़ में पहली बार बारासिंघे पहुंचाए जा रहे हैं. बारहसिंघों को बांधवगढ़ शिफ्ट करने से पहले एस एफ आर आई द्वारा एक सर्वे किया गया था. सर्वे के दौरान बांधवगढ़ के वातावरण को बारहसिंघो के अनुकूल पाया गया और फिर यह योजना बनाई गई, जो आज कार्यरूप में परिणित होगी. कान्हा से बांधवगढ़ पहुंचाए गए, 19 बारासिंघे पार्क के मागधी रेंज में छोड़े जाएंगे.


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100 हेक्टेयर का विशेष बाड़ा बनाया गया
कान्हा टाइगर रिजर्व से बांधवगढ़ आने वाले 19 बारासिंघों के लिए पार्क के मगधी अंचल में विशेष बाड़ा बनाया गया है. जो 100 हेक्टेयर का है. मिली जानकारी के मुताबिक बांधवगढ़ पहुंच रहे इन 19 बारासिंघों को तत्काल जंगल में नहीं छोड़ा जाएगा. शुरुआत में उन्हें पिंजरों में रखा जाएगा और कुछ दिन बांधवगढ़ में रहने और यहां के नए माहौल से रूबरू होने के बाद 19 बारासिंघों को जंगल में छोड़ा जाएगा.


गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान भारत का प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान है. बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, जिसे 1968 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था, का क्षेत्रफल 105 वर्ग किलोमीटर (41 वर्ग मील) है और वर्तमान कोर क्षेत्र 716 वर्ग किलोमीटर (276 वर्ग मील) में फैला हुआ है. बता दें कि यह 1993 में टाइगर रिजर्व बना था.