राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: पीएम मोदी के जन्मदिवस पर भारत से एक समय पहले विलुप्त हुए चीतों को वापस भारत में लौटते हुए देखा लेकिन एक तरफ जहां पीएम देश लाये गए 8 चीतों को छोड़ रहे थे तो वहीं दूसरी और महाकाल की नगरी में अपराधियों पर लगाम कसने के लिए एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल के निर्देशन में चीता पार्टी टीम गठित की गई है. इस चीता पार्टी में कुल 35 पुलिस के जवान है. 


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बता दें कि इन जवानों की बाइक पर चीतों के स्टीकर लगे हुए है और यह टीम अब शहर के तमाम थाना क्षेत्र में किसी भी आपराधिक गतिविधि की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचेगी और अपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए कार्य करेगी. ये टीम सीधा एसएसपी के निर्देशन में कार्य करेगी.


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दरअसल ये कोई पहली चीता पार्टी नहीं है. यह चीता पार्टी एक दशक पहले शहर में रहे तत्कालीन एसपी एसएल थाउसेन ने गठित की थी. तत्कालिन एसपी की चीता पार्टी ने शहर भर में कई अपराधों पर लगाम लगाया और खूब चर्चाओं में रही लेकिन एसपी के ट्रांसफर के बाद चीता पार्टी पर कई आरोप लगे. जिसके बाद इसे तत्कालीन एसपी ने बिट पार्टी में तब्दील कर दिया.


फिर बनी चीता पार्टी पुलिस
उज्जैन नगर में बिट पार्टी लंबे समय से काम कर रही थी लेकिन अब पीएम मोदी के जन्मदिवस पर श्योपुर में जहां चीते छोड़े गए. वहीं उज्जैन में दोबारा चीता पार्टी पुलिस टीम को भी चार्ज दिया गया है. जो अब कार्य करेगी.


35 जवान सभी की गाड़ियों पर चीते!
इस टीम में 35 जवान रहेंगे सभी के पास बाइक रहेगी और बाइक पर प्रत्येक के चीते का स्टिकर लगा रहेगा. जो सिर्फ एसएसपी और उच्च अधिकारियों के निर्देशन में कार्य करेगी. यह टीम किसी भी सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचेगी. क्षेत्रों में भ्रमण करेगी और हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखेगी.