MP NEWS: मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले में बुधवार को बोरवेर में गिरे 5 साल के विजय की मौत हो गई. बच्चे को रेस्क्यू ऑपरेशन कर बाहर निकाला गया था. वह खेलते वक्त बोरवेल में गिर गया था. घटना जिले के खंडाला की है. करीब 5 से 6 घंटे के रेस्क्यू के बाद बच्चे को बाहर निकाला गया था, जिसके बाद उसे सीधे जोबट अस्पताल में लेकर जाया गया, लेकिन यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बच्चे को बाहर निकालने के लिए प्रशासन का अमला जुटा रहा. मौके पर रेस्क्यू विधायक सेना पटेल भी घटनास्थल पर पहुंच गई थीं.


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रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को लगाया गया था. JCB की मदद से बोरवेल के बराबर एक गड्ढा खोदा गया, जिसकी मदद से बच्चे को बाहर निकाला गया.  बोरवेल से रेस्क्यू में साइड ड्रिलिंग के दौरान पथरीली ज़मीन आने से पॉकलेन मशीन को मशक्कत करनी पड़ रही थी. क़रीब 20 फीट खुदाई की गई थी. कलेक्टर-एसपी सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद थे और रेस्क्यू ऑपरेशन पर लगातार बनाए नजर हुए थे.


कुछ दिन पहले राजगढ़ में हुआ था हादसा
कुछ दिन पहले ही मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में 4 साल की बच्ची खुले पड़े बोरवेल के गढ्ढे में गिर गयी थी. उसे भी कई घंटों तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बाहर निकाला गया, लेकन बदकिस्मती रही कि उस बच्ची की भी मौत हो गई. उस बच्ची का नाम माही थी. वह अपने नाना-नानी के घर रहने के लिए आई थी. वह अपनी नानी के साथ खेत पर गई थी. तभी अचानक वह खुले पड़े बोरवेल में गिर गई.


हर साल हो रही 50-60 बच्चों की मौत
एनसीआरबी की एक रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में हर साल खुले बोरवेल में गिरने से 50-60 बच्चों की मौत हो जाती है. 4 साल के भीतर देश भर में करीब 281 बच्चों ने जान गंवाई है. इन मामलों पर संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 2010 में निर्देश भी जारी किए थे. ऐसे मामलों में सख्ती बरतने की जरूरत है. कोर्ट ने राज्य सरकारों को बोरवेल को लेकर प्रचार-प्रसार करने के लिए भी कहा था. बावजूद अब भी लगातार बोरवेल में बच्चों की गिरने और मौत की खबरें आ रही हैं.