अनिल नगर/राजगढ़: मध्यप्रदेश से एक दिल को दहलना देना वाला मामला (A heart wrenching case from Madhya Pradesh) सामने आया है. एक 12 साल की लड़की का विवाह (marriage of 12 year old girl) एन वक्त पर उसके पिता ने ही जेल से रुकवा दिया. यहां विवाह लड़की की मां और मामा करवा रहे थे. जिसकी सूचना जब राजगढ़ जेल में बंद पिता को उससे मिलने पहुंचे रिश्तेदार से लगी तो उसने इस पूरे मामले की जानकारी जेल अधीक्षक को दी. फिर बाद में यह मामला एसडीएम और कलेक्टर के संज्ञान में आया,तुरंत मामले में संज्ञान लेते हुए.महिला बाल विकास और चाइल्डलाइन व पुलिस टीम को जानकारी दी. टीम बामन गांव पहुंची और 2 दिन बाद होने वाली इस शादी को समझाइश के माध्यम से रुकवा दिया. गौरतलब है कि यदि समय पर कोई निर्णय नहीं लिया होता तो निश्चित रूप से इस 12 साल की बालिका का विवाह संपन्न करा दिया जाता.


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सरकारी अमला मैदान में सक्रिय नहीं है
ऐसे मामला सामने आने के बाद अब सवाल उठता है कि लगातार प्रशासन ऐसे मामलों में मौजूदा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, स्कूल शिक्षकों, पंचायत सचिवों आदि को निर्देशित कर रहा है कि जहां भी बाल विवाह संपन्न कराए जा रहे हैं. इसकी जानकारी उन तक पहुंचाएं, लेकिन इस मामले की जानकारी प्रशासन तक नहीं पहुचाई. साफ है कि सरकारी अमला मैदान में सक्रिय नहीं है. इसका सूचना तंत्र भी कमजोर है.यहीं कारण है कि जेल में बंद पिता ने अपने रिश्तेदार के माध्यम से प्रशासन तक सूचना पहुंचा कर वहां बाल विवाह रुकवाया.


बड़ी संख्या में हो सकते हैं बाल विवाह
बता दें कि बीते 1 हफ्ते में जिले से लगभग 25 बाल विवाह के मामले सामने आए हैं. 4 मई से लेकर 21 मई तक जिले में विवाह सम्मेलन होने हैं. ऐसे में आशंका है कि इन सम्मेलनों में बड़ी संख्या में बाल विवाह हो सकते हैं.