Majedar Chutkule: शरीर की स्वस्थ रखने के लिए हमे मानसिक तनाव दूर करना बहुत जरूरी होता है. मानसिक तनाव को दूर करने के लिए सबसे आसान उपाय है हंसना, लेकिन हंसने के लिए हमारे पास कोई न कोई वजह होनी चाहिए, क्योंकि बिना वजह का कोई हंस नहीं सकता है. ऐसे में हम आपको हंसाने के लिए रोजाना की तरह आज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कुछ ऐसे मजेदार जोक्स लेकर आएं हैं, जिसे पढ़ने के बाद आप हंस हंस कर हैरान हो जाएंगे.


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1. संता की चुनौती
एक बार एक परीक्षा में प्रश्न था कि 'चुनौती किसे कहते हैं?'
तो संता ने सारे पेपर को खाली छोड़करआखिरी पेज पर लिखा
अगर असली मास्टर हो तो पास करके दिखाओ...


2. बच्चा दादी के पास आया और बोला
दादी मां आप टें.. बोल कर दिखाओ
दादी- टें..
बच्चा- फिर से बोलो टे..
कितना बढिया बोलती हैं, आप मम्मी को क्यों नहीं सुना देतीं ?
दादी- क्या मतलब तेरी मम्मी को क्यों सुनाऊं?
वह अपनीं सहेलियों से कह रही थीं, इसकी दादी पता नहीं कब टें बोलेंगी.


3.  डॉक्टर- आपके तीन दांत कैसे टूट गए?
मरीज- पत्नी ने कड़क रोटी बनाई थी.
डॉक्टर- तो खाने से इनकार कर देते.
मरीज- जी वही तो किया था.


4. डॉक्टर- अब तुम बिल्कुल ठीक हो गए हो, फिर भी इतना क्यों डर रहे हो?
मरीज- जिस गाड़ी से मेरा एक्सीडेंट हुआ था, उस पर लिखा था फिर मिलेंगे


5. पत्नी- तुम मुझे कितना प्यार करते हो?
पति- 72 फीसदी मेरी जान...
पत्नी - 100% क्यों नहीं करते हो...?
पति- पगली, लग्जरी चीजों पर 28 फीसदी जीएसटी भी तो लगता है ना.



6. एक औरत अपनी कुछ परेशानियों को लेकर एक बाबा के डेरे में पहुंची...
बाबा ने सारी परेशानियों को बड़े गौर से सुना फिर बोलें..
बेटी- इसका हल निकल जाएगा, सब ठीक हो जाएगा, लेकिन इसके लिए कुछ खर्च आएगा.
औरत ने पूछा - कितना खर्च आएगा?
बाबा- तुमसे मैं ज्यादा तो नहीं ले सकता.
लेकिन पुराणों के अनुसार हमारे कुल 33 करोड़ देवी देवता हैं,
बस सबके नाम से एक-एक पैसा दान कर देना..
औरत ने मन ही मन कैलकुलेट किया तो बाबा के हिसाब से कुल खर्च 33 लाख रुपये आता था...
औरत भी चालाक थी, उसने कहा ठीक है बाबाजी,
आप बारी-बारी से सबका नाम लीजिए, मैं एक-एक पैसा रखते जाऊंगी.
बाबा डेरे में अभी भी बेहोश हैं.



(disclaimer: यहां दिए गए चुटकुले सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो रहे कंटेट से लिए गए हैं. मेरा मकसद सिर्फ लोगों का मनोरंजन कराना है. किसी जाति, धर्म,नाम या नस्ल के आधार पर किसी को नीचा दिखाना या उपहास उड़ाना मेरा मकसद बिलकुल नहीं है.)