भोपालः अब से कुछ ही घंटों बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भोपाल के दौरे पर आने वाले हैं. उनके दौरे से पहले ही बीजेपी ने बड़ा कदम उठाते हुए बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा (BJP OBC Morcha) के अध्यक्ष पद पर नई तैनाती कर दी है. बता दें कि नारायण सिंह कुशवाहा (Narayan Singh Kushwaha) को बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है. मार्च माह से यह पद खाली चल रहा था. दरअसल पूर्व अध्यक्ष भगत सिंह कुशवाहा को मार्च में बीजेपी ओबीसी वर्ग मोर्चा के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था. 


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पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं. साथ ही वह राज्य सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में नारायण सिंह कुशवाहा को हार का सामना करना पड़ा था. नारायण सिंह कुशवाहा, कुशवाहा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं और ओबीसी वर्ग में उनकी अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है. 


एमपी में पिछड़ा वर्ग (OBC) है सत्ता की चाबी
एमपी की राजनीति में ओबीसी और आदिवासी वर्ग को सत्ता की चाबी माना जाता है. खासकर ओबीसी वर्ग सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाता है. बता दें कि मध्य प्रदेश की कुल जनसंख्या में से 48 फीसदी ओबीसी वर्ग के लोग हैं. ओबीसी पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के ये आंकड़े हैं. साथ ही सरकार राज्य में ओबीसी आरक्षण को भी बढ़ाकर 27 फीसदी करने की तैयारी में है. फिलहाल मामला कोर्ट में है. 


ग्वालियर चंबल संभाग में मिल सकता है फायदा
नारायण सिंह कुशवाहा को ओबीसी मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाने से बीजेपी को ग्वालियर चंबल संभाग में फायदा मिलने की उम्मीद है. बता दें कि ग्वालियर चंबल संभाग में विधानसभा की 34 सीटें हैं. इन सीटों पर ओबीसी और दलित वर्ग का अच्छा खासा प्रभाव है. ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र में ही कुशवाहा समाज के मतदाताओं की संख्या ढाई लाख से ज्यादा है. साथ ही बुंदेलखंड और विंध्य में भी कुशवाहा समाज के मतदाता अच्छी खासी संख्या में हैं. हालिया नगर निगम के चुनाव में भी बीजेपी को झटका लगा है और कांग्रेस ने ग्वालियर नगर निगम पर कब्जा कर लिया है. ऐसे में नारायण सिंह कुशवाहा को बीजेपी ओबीसी मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बीजेपी मतदाताओं को साधने में जुटी है!