प्रिया पांडे/भोपाल: मध्यप्रदेश (MP News) के भोपाल में आशा-उषा कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के शामिल न होने की खबर सामने आई थी. जिसके बाद  आशा-उषा कार्यकर्ताओं की नाराजगी जाहिर होने के बाद उन्होंने इसमें हिस्सा लिया. सम्मेलन के दौरान सीएम शिवराज ने उनकी शिकायतों को दूर किया और अहम घोषणाएं कीं. सीएम शिवराज ने जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं के कार्यों का सरलीकरण, मानदेय 6000 रुपये तक बढ़ाना और विभिन्न लाभकारी योजनाओं में शामिल करने के वादे किए. साथ ही सीएम ने कर्मचारियों को आगे किसी आंदोलन की आवश्यकता के बिना उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है.


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नाराजगी के बाद सीएम शिवराज सम्मेलन में शामिल हुए
बता दें कि आशा उषा कार्यकर्ताओं की नाराजगी के बाद सीएम शिवराज सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे. सीएम के प्लान में सम्मेलन में शामिल होने का जिक्र नहीं था. सीएम की गैरमौजूदगी से कार्यकर्ताएं नाराज थी. जब तक सीएम शिवराज सम्मेलन में नहीं आएंगे तब तक डटे रहने की बात कही गई थी.


6000 रुपये का मानदेय मिलेगा
सीएम शिवराज ने घोषणा की कि कार्यकर्ताओं  को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ भी मिलेगा. हर आशा-ऊषा कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में शामिल किया जाएगा.अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करना पड़ता है अब आंदोलन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. 2000 का मानदेय कम है, 6000 रुपये मानदेय मिलेगा. साथ ही मानदेय 1000 रुपये हर साल बढ़ेगा. महंगाई के अनुपात में साल दर साल बढ़ती हुई राशि मिलती रहेगी.


दुर्घटना बीमा भी मिलेगा
वहीं, सेवानिवृत्ति के बाद आशा, उषा कार्यकर्ताओं को 1 लाख रुपये दिए जाएंगे. दुर्घटना बीमा भी मिलेगा. हर आशा उषा कार्यकर्ताओं को लाड़ली बहना योजना में शामिल किया जाएगा. आशा सुपरवाइजरों का मानदेय  भी बढ़ाकर 13500 किया जाएगा, हर साल बढ़ेगा मानदेय.