पीयूष शुक्ला/पन्नाः एशिया की एकमात्र हीरा खनन परियोजना पन्ना की एनएमडीसी में फिर से खनन की मंजूरी मिल गई है. सरकार ने हीरा खदान में फिर से खनन का काम शुरू करने की मांग की थी. जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने हरी झंडी दे दी है. हीरा खनन परियोजना के फिर से शुरू होने से हजारों लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि टाइगर रिजर्व के नियमों के चलते एक साल से भी ज्यादा समय से यह हीरा खदान बंद पड़ी थी. बाघों की सुरक्षा के सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सरकार ने पन्ना जिले में स्थित एनएमडीसी मझगवां हीरा खदान में खनन की क्लीयरेंस दे दी थी. राज्य सरकार से क्लीयरेंस मिलने के बाद प्रदेश के खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखा. जहां कोर्ट ने भी हीरा खदान को फिर से शुरू करने की मंजूरी दे दी. 


सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद एनएमडीसी हीरा खदान परियोजना फिर से शुरू होगी. इस फैसले से एनएमडीसी जीएम और प्रबंधन बेहद खुश है और उन्होंने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई. प्रदेश के खनिज मंत्री बृजेंद्र सिंह ने बताया कि 10 हजार से ज्यादा लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर एनएमडीसी हीरा खदान से रोजगार पा रहे थे. अब इस परियोजना के फिर से शुरू होने से इन लोगों को फिर से रोजगार मिल सकेगा और राज्य सरकार को भी राजस्व के तौर पर बड़ी रकम मिलेगी. 


उल्लेखनीय है कि खनिज विकास निगम द्वारा संचालित एनएमडीसी स्कूल , अस्पताल , परिवहन और अन्य सामाजिक सरोकार के कार्य अपने वेलफेयर फंड से करती रहती है. पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन से जनवरी 2020 में अनुबंध समाप्त होने के बाद एनएमडीसी मझगवां में हीरा माइनिंग का काम 1 जनवरी से बंद कर दिया गया था. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद अब आगामी एक माह में हीरा खनन का काम शुरू हो जाएगा.