Nisha Bangre Case: 23 को खत्म होगा निशा बांगरे के चुनाव लड़ने पर संशय! हाई कोर्ट ने सरकार को दिया ये निर्देश
MP Assembly Election 2023: चर्चित डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे (Nisha Bangre Case)) के इस्तीफे से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बता दें कि हाई कोर्ट ने प्रदेश सरकार को निशा बांगरे की चार्जशीट पर फैसला लेने का निर्देश दिया है, 23 अक्टूबर को इस्तीफे पर सरकार निर्णय लेगी.
MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा काफी ज्यादा हाई हो गया है. आरोप - प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. बीजेपी (BJP) कांग्रेस (Congress) एक दूसरे को साधने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही है. इसी बीच चर्चित डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे (Nisha Bangre Case) के इस्तीफे से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बता दें कि 23 अक्टूबर को बांगरे के इस्तीफे पर सरकार निर्णय लेगी. इसके अलावा इस मामले पर अगली सुनवाई कब होगी ये भी बताया गया है.
सरकार लेगी फैसला
मध्य प्रदेश सरकार डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे के इस्तीफे पर 23 अक्टूबर को निर्णय लेगी. बता दें कि ये निर्णय बांगरे के खिलाफ लंबित विभागीय जांच और उनके इस्तीफे पर लिया जाएगा. इसके अलावा 27 तारीख को इस मामले पर अगली सुनवाई होगी.
नामांकन से पहले होगा निर्देश
हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रवि मलिमठ और विशाल मिश्रा की डिवीजन बेंच ने निशा बांगरे की याचिका और राज्य सरकार की अपील पर सुनवाई की. सुनवाई के दौरान कहा गया कि चुनाव के नामांकन से पहले बांगरे के इस्तीफे पर निर्णय लेना पड़ेगा. अब हाईकोर्ट के आदेश के बाद आगामी 23 तारीख को तय हो पाएगा कि इस पर क्या निर्णय लिया जाएगा. सरकार अगर निशा का इस्तीफा स्वीकार कर लेती है तो फिर वो चुनाव लड़ सकती हैं.
इस सीट से लड़ेंगी चुनाव
निशा बांगरे इन दिनों प्रदेश भर में काफी ज्यादा चर्चित हैं. उन्होंने 22 जून को सामान्य प्रशासन विभाग को अपना इस्तीफा भेजा था, लेकिन राज्य सरकार ने अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए निशा बांगरे का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया था. इसके बाद निशा बांगरे ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर अपने इस्तीफे की मांग की थी.
ये भी पढ़ें: MPCG Election: रुठों को मनाना बड़ी चुनौती, कांग्रेस ने चली नई चाल, इस तरह साधने में जुटी पार्टी
बता दें कि इस्तीफे से पहले ही चर्चा थी की बांगरे राजनीति में कदम रखने वाली है. उन्हें कांग्रेस से टिकट भी मिल सकता है. ऐसे में कांग्रेस की तरफ से 229 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की गई थी, लेकिन बैतूल की अमला सीट पर कांग्रेस ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की थी, जिसके बाद ये तय हो गया है कि इस्तीफा स्वीकार होते ही उन्हें इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाएगी.