शिव शर्मा/इंदौर: आगामी विधानसभा चुनाव में बजरंग सेना पर राजनीति तेज होती दिखाई दे रही है. अभी हाल ही में भोपाल में बजरंग सेना के कुछ पदाधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थामा था. जिस पर कांग्रेस पार्टी व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया था कि बजरंग सेना ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है. अब इसका खंडन बजरंग सेना के पदाधिकारियों ने इंदौर में किया है. बजरंग सेना के पदाधिकारियों ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि पूरी बजरंग सेना ने कांग्रेस का दामन नहीं थामा .है जबकि सिर्फ कुछ पदाधिकारियों ने ही कांग्रेस को स्वीकार किया है.


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दरअसल पिछले दिनों भोपाल में बजरंग सेना के कुछ पदाधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस का दामन थाम लिया था. जिसके बाद दावा किया गया कि पूरी बजरंग सेना का साथ कांग्रेस पार्टी को मिल गया है. लेकिन बजरंग सेना के महासचिव अजय दुबे  ने इस बात का खंडन किया है. इंदौर में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने दावा किया कि कुछ पदाधिकारियों के कांग्रेस में शामिल होने से पूरी बजरंग सेना कांग्रेस में नहीं गई है.



लीगल एक्शन लिया जाएगा
उन्होंने कांग्रेस में शामिल हुए पदाधिकारियों पर भी निशाना साधा और कहा कि बजरंग सेना कांग्रेस के साथ नहीं है. बजरंग सेना केवल हिंदुत्व की बात करती है और हिंदुत्व की बात करने वालो के साथ ही है. जो भगवा का सम्मान करेगा बजरंग सेना उसका सम्मान करेगी. साथ ही बजरंग सेना ने ऐसे नेताओं के खिलाफ भी लीगल एक्शन लेने की बात कही है. जो यह दावा कर रहे है कि आगामी विधानसभा चुनाव में बजरंग सेना कांग्रेस पार्टी का साथ देगी.



गौरतलब है कि बजरंग सेना के कार्यकर्ताओं का एक समूह मंगलवार को भोपाल में पीसीसी कार्यालय और पूर्व सीएम कमलनाथ की उपस्थिति में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ था. बजरंग सेना के कार्यकर्ताओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय में एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ भी किया था. हालांकि अब देखना होगा कि कांग्रेस क्या बोलती है.