Balrampur News: आंगनवाड़ी केंद्र पर लटका ताला, मौके पर पहुंचे ICDS अधिकारी ने की कार्रवाई बात
बलरामपु जिले भनौरा में एक आंगनवाड़ी केंद्र चार दिनों से बंद है. जानकारी के बाद महिला एवं बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी मौके पर पहुंच कर खुद परीक्षण कर कार्रवाई की बात कह रहे है.
शैलेंद्र सिंह /बलरामपुर: बलरामपुर जिला मुख्यालय से लगे भनौरा गांव के मांझी पारा में लापरवाही का मामला सामने आया है. मांझी पारा में संचालित आंगनवाड़ी केंद्र चार दिनों से बंद हैं, जिसकी वजह से नौनिहालों को खाना तक नहीं मिल पा रहा है. महिला एवं बाल विकास अधिकारी को इसकी सूचना मिली तो वो मौके पर पहुंचे और जांच करने की बात कही.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, बलरामपुर जिला मुख्यालय से सटे ग्राम भनौरा के मांझी पारा में संचालित आंगनवाड़ी केंद्र पिछले चार दिनों से बंद है. इसकी वजह से वहां बच्चों को खाने के लिए खाना भी नहीं मिल रहा. आंगनवाड़ी केंद्र के बंद होने की वजह है आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की प्रसव अवकाश पर जाना. उन्होंने अवकाश भी मौखिक तौर पर लिया है. महिला बाल विकास विभाग के सेक्टर सुपरवाइजर द्वारा मामले की जानकारी होने के बाद भी आंगनवाड़ी खोलने की कोई पहल नहीं की गई.
जानिए क्या कहा अधिकारियों ने
वहीं पूरे मामले को लेकर अब महिला बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी खुद मौके पर पहुंच कर परीक्षण कर कार्यवाही करने की बात कह रहे हैं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब जिला मुख्यालय से लगे हुए आंगनवाड़ी केंद्र का ऐसा हाल है, जहां पर विभाग के तमाम बड़े अधिकारी बैठते हैं तो जिले के दूसरे इलाको में संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों के संचालन का अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं.
आपको बता दें कि आंगनवाड़ी, बच्चों के भूख और कुपोषण से निपटने के लिए शुरू की गई सेवा है और जब ऐसे मामले समाज में सामने आते हैं तो सवाल उठाना लाजमी है. यह सेवा 1975 में शुरू की गई थी. इस तरह का आंगनवाड़ी केंद्र भारतीय गांव में स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करता है. गर्भवती महिलाओं को खाना देता हो या गरीब के बच्चे का पेट भरना हो. लेकिन आज की स्थिति में काफी अंतर आ गया है और लोग लापरवाह हो गए हैं .
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