अरुण त्रिपाठी/उमरिया:  मध्यप्रदेश के फेमस बांधवगढ किले स्थित भगवान बांधवाधीश के मंदिर में हर वर्ष जन्माष्टमी के मौके पर मेले का आयोजन हुआ करता था. लेकिन हर साल पारंपरिक रुप से आयोजित होने वाला यह मेला इस बार नहीं लगेगा. पार्क प्रशासन ने वन क्षेत्र में मौजुद जंगली हाथियों से खतरा बताते हुए मेले पर रोक लगादी है. इससे सिरमौर के विधायक दिव्याराज सिंह धरने पर बैठ गए हैं. इस दौरान उनके साथ उनके साथ रीवा रियासत के अंतिम महाराजा एवं पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह भी मौजूद रहे. देखते ही देखते वहां बड़ी सख्ंया में लोग जमा हो गए. समझाइश के बाद भी जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया.


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धरने पर बैठे विधायक, प्रशासन ने दिखाया एक्शन


बांधवगढ किले में मेले पर रोक लगने से सिरमौर से भाजपा विधायक दिव्याराज सिंह नाराज हैं और धरने पर बैठ गए हैं. उन्होनें प्रशासन को चेतावनी भी दी कि वह हिंदू धर्म की वर्षों पुरानी परंपरा को टूटने नहीं देंगे. अगर हाथियों का खतरा है तो प्रशासन को इसकी व्यवस्था पहले से करनी चाहिए थी. विधायक दिव्याराज सिंह ने टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारियों पर साजिश करने का आरोप लगा दिया है। इस दौरान उनका साथ निभाने रीवा रियासत के अंतिम महाराजा एवं पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह भी मौजूद रहे. धरनास्थल पर बड़ी सख्ंया में विघायक के समर्थक और लोगों ने हंगांमा किया. विरोध को देखते हुए कलेक्टर और एसपी मौके पर पंहुचे. स्थिति बिगड़ती देख प्रशासन ने सख्ती अपनाते हुए भीड़ को खदेड़ा और कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया.


प्रबंधन ने बताया खतरा जंगली हाथियों से खतरा 


पार्क प्रशासन के कहना है कि वन परिक्षेत्र में लगातार जंगली हाथियों की मूवमेंट है, जो हर रोज जंगल में उत्पात मचा रहे हैं। वहीं बांधवाधीश मंदिर जाने वाले रास्ते में और किला क्षेत्र में भी कई जंगली हाथी मौजुद हैं ऐसे में दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा की दृष्टि से देखें तो खतरा है। हालांकि कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और एसपी प्रमोद सिन्हा ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन से चर्चा की थी लेकिन प्रबंधन ने फिर से सुरक्षा का खतरा बताया और कोई रास्ता नहीं निकला.