प्रमोद शर्मा/भोपाल:राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा में प्रदेश कांग्रेस द्वारा निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा को आधिकारिक जिम्मेदारी देने के बाद कांग्रेस पर भाजपा ने तंज कसा है.निर्दलीय विधायक शेरा को मिली जिम्मेदारी पर बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस का एक भी विधायक कमलनाथ का विश्वासपात्र नहीं है. बीजेपी ने सवाल उठाते कहा कि कांग्रेस को पूर्व पीसीसी चीफ और वरिष्ठ नेता अरुण यादव इतने संदिग्ध लगते हैं कि उन्हें जिम्मेदारी नहीं मिली. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

"गैरो पे करम,अपनो पे सितम":हितेश वाजपेयी
प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता हितेश वाजपेयी ने कहा कि बुरहानपुर-खंडवा में यात्रा प्रभारी एक निर्दलीय विधायक को कमलनाथ ने बनाया है. पूरी कांग्रेस में एक भी विधायक इतना "विश्वासपात्र" नहीं बचा.  कमलनाथ जी क्या अरुण यादव भी आपको इतने संदिग्ध लगते हैं कि उनको भी हटा दिया. हितेश वाजपेयी ने तंज कसते हुए कहा कि "गैरो पे करम,अपनो पे सितम".


Gujarat election: MP के नेताओं की गुजरात में डिमांड, अब कांग्रेस के ये दिग्गज भी जाएंगे


अरुण यादव के टिकट में बने थे शेरा बाधक 
गौरतलब है कि अरुण यादव और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहे हैं. खंडवा लोकसभा उपचुनाव के दौरान अरुण यादव के टिकट में शेरा बाधक बने थे. इस वजह से अरुण यादव ने चुनाव नहीं लड़ा था.


अरुण यादव अब यात्रा को मॉनिटर करेंगे
वहीं इसके बाद राजनीतिक गलियारों में कहा जा रहा है कि राहुल गांधी की पदयात्रा में वरिष्ठ अरुण यादव की जिम्मेदारी का कद कम हो गया है.अरुण यादव के क्षेत्र यानी बुरहानपुर और खंडवा में पदयात्रा की सभी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी शेरा को मिलने के बाद अब वरिष्ठ नेता अरुण यादव इस यात्रा को मॉनिटर करेंगे.


इसके साथ ही प्रदेश सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया है. बता दें कि कांग्रेस से खुलकर जुड़ते हुए उन्होंने ज़ी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ से बातचीत करते हुए कहा कि मेरे अंदर कांग्रेस का डीएनए है. साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी चाहेंगे तो पद यात्रा के दौरान कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर लेंगे और 2023 में कांग्रेस पार्टी से टिकट मांगूगा.