भोपाल: JMB आतंकी मामले (JMB Terrorists Arrested) में ATS ने आतंकियों के कांटेक्ट वाले 5 से 6 लोगों को हिरासत में लिया है. एमपी के अलावा तीन अन्य राज्यों में भी ATS की सर्चिंग जारी है. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि आतंकी जहूरुद्दीन 2 साल पहले भारत आया था. चारों आतंकवादियों ने मदरसे में पढ़ाई की है. चारो आतंकी पूरी तरह ट्रेंड हैं. खासतौर पर अच्छी हिंदी बोलने की ट्रेनिंग ले चुके हैं. फिलहाल ATS आतंकवादियों को सहयोग और फंडिंग करने वालों की तलाश में जुटी है. इस समय पकड़े गए आतंकियों को कंप्यूटर एक्पर्ट बताया जा रहा है.


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टैक्निकल एक्सपर्ट हैं आतंकी
मिल रही जानकारी में बताया जा रहा है कि आतंकियों ने भारत मे एंट्री के लिए दलालों को 4-4 हजार रुपये दिए थे. इससे पहले रविवार को भोपाल से चार लोगों को गिरफ्तार किया था. उनकी पहचान फजहर अली उर्फ महमूद, मोहम्मद अकील उर्फ अहमद, जहरुद्दीन उर्फ इब्राहिम और फजर जैनुल अबादीन उर्फ अकरम के रुप में हुई है. पुलिस के अनुसार, इनमें से तीन लोगों ने स्वीकार किया है कि वो बांग्लादेशी नागरिक हैं. इनमें से ज्यादातर आरोपी टैक्निकल एक्सपर्ट हैं. इनके कब्जे से जिहादी साहित्य और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं. पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया था कि इन लोगों को ऐशबाग पुलिस थाने के तहत एक बस्ती और एक अन्य इलाके से गिरफ्तार किया गया है. बता दें बिहार के बोधगया बम विस्फोट के बाद जेएमबी को साल 2019 में भारत में प्रतिबंधित कर दिया था.


पुलिस रिमांड पर भेजे गए 
एटीएस ने गिरफ्तार कर चारों आतंकियों को सोमवार को अपर जिला न्यायाधीश की कोर्ट में पेश किया था. सुनवाई के बाद कोर्ट ने 14 दिन की पुलिस रिमांड देकर आतंकियों को एटीएस को सौंप दिया था. इस दौरान विशेष अभियोजक नितेंद्र शर्मा ने बताया था कि आतंकियों के पास से जो फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं, वो उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से बनवाए गए थे. एटीएस उस कंप्यूटर मैकेनिक सलमान की भी तलाश कर रही है, जिसने आतंकियों को भोपाल में मकान किराये पर दिलाया था.


 


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