प्रमोद शर्मा/भोपाल। मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के बाद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश के कई प्रशासनिक अधिकारियों पर सत्ता पक्ष के दवाब में काम करने का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने कई कार्यकर्ताओं की सूची भी बनाई है. जबकि अब कमलनाथ ने एक और बड़ा फैसला लिया है, जिसके तहत कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता अधिकारियों और कर्मचारियों की सीधी शिकायत कर सकेंगे. 


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दरअसल, कमलनाथ ने कांग्रेस के सभी जिला अध्यक्षों को पत्र लिखकर कहा कि पंचायत और निकाय चुनाव में सत्ता के एजेंट की तरह काम करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों की लिखित शिकायत की जाए. कांग्रेस का दावा है कि कई अधिकारी और कर्मचारियों की विधि विरुद्ध काम करने और सत्ताधारी दल के प्रत्याशियों को जिताने की शिकायतें कमलनाथ के पास पहुंची हैं. इसलिए उन्होंने जिलाध्यक्षों को पत्र लिखकर पूरी जानकारी मांगी है. 


Whatsapp नंबर किया जारी 
कमलनाथ ने पत्र में लिखकर बताया कि शिकायत में अधिकारी का नाम पदनाम और उसकी पदस्थापना की जगह और जिला की पूरी जानकारी लिखनी होगी. कांग्रेस के सभी जिला अध्यक्ष और शहरी अध्यक्ष सीधे कमलनाथ को शिकायत कर सकेंगे. खास बात यह है कि इस काम के लिए कमलनाथ ने चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी को प्रदेश कांग्रेस कमेटी में शिकायत प्रभारी भी नियुक्त किया है, जो सीधे कांग्रेस कार्यकर्ताओं शिकायत सुनेंगे. इसके अलावा मोबाइल व्हाट्सएप नंबर 94259 83398 पर भी जारी किया है, जिसमें कार्यकर्ता सीधे शिकायत कर सकते हैं. पत्र में दावा किया गया कि यह शिकायत है सीधे कमलनाथ के पास पहुंचेंगी. जबकि कमलनाथ ने शिकायत करने के लिए विशेष ईमेल knathelectioncomplaints@gmail.com भी जारी किया है. 


पत्र में कमलनाथ ने लिखा है कि साक्ष्यों के साथ जिला अध्यक्ष अपनी शिकायत भेजेंगे. पत्र में कमलनाथ की तरफ से जिला अध्यक्षों को दावा किया गया कि 14 महीने बाद कांग्रेस की सरकार बनने पर सत्ता का दुरुपयोग और अन्याय करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों का हिसाब किया जाएगा.


123 अधिकारियों की सूची बनाई 
इससे पहले यह खबर भी आई थी की कांग्रेस ने प्रदेश के 123 प्रशासनिक अधिकारियों की सूची भी बनाई है. बताया जा रहा है कि कमलनाथ के निर्देश के बाद कांग्रेस ने जिन 123 अधिकारियों की सूची तैयार की है, उसमें अलग-अलग जिलों के अधिकारियों की लिस्ट कांग्रेस ने बनाई है. कांग्रेस का कहना है कि साक्ष्यों के साथ इन अधिकारियों की शिकायत की जाएगी. अधिकारियों की लिस्ट तैयार करने पर कांग्रेस के  संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा कि हमारे प्रत्याशी और पार्टी जरूरत पड़ने पर कोर्ट भी जा सकते हैं. जो गलत करेंगे उन्हें भुगतना पड़ेगा. संगठन प्रभारी ने बताया की पीसीसी चीफ कमलनाथ खुद मॉनिटर कर रहे हैं. चुनाव आयोग को निष्पक्ष चुनाव के निर्देश हैं. किसी अधिकारी कोई अधिकार नहीं कि वह किसी एक पार्टी के पक्ष में काम करें और अधिकारियों की भी जानकारी मंगाई गई है. बता दें कि कांग्रेस का आरोप है कि कई अधिकारियों ने निकाय और पंचायत चुनाव में बीजेपी के पक्ष में काम किया है.