bhopal school student suicide​: भोपाल में 11वीं क्लास के एक छात्र (student suicide) ने अपनी स्कूल की बिल्डिंग से सुसाइड (Suicide) करने के इरादे से छलांग लगा दी. छात्र की हालत अस्पताल (Hospital) में नाजुक बनी हुई है. वहीं परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए है. छात्र ने ये कदम उठाने से पहले सोशल मीडिया पर मां के नाम एक छोटा सी पोस्ट भी लिखी थी- जिसमें लिखा था कि सॉरी मां कल शायद मैं नहीं रहूंगा. वहीं छात्र ने आज ये कदम उठा लिया.


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स्कूल टीसी लेने गया था
दरअसल आज सुबह ऋषभ भट्ट टीसी का आवेदन लेकर स्कूल पहुंचा था. जिसमें छात्र ने बकायदा लिखा है कि ''मैं यह बताना चाहूंगा कि मैंने इस वर्ष आपके विद्यालय से 10वीं की पढ़ाई पूरी की है. हालांकि, मेरे माता-पिता ने मेरी आगे की पढ़ाई हेतु मानसरोवर पब्लिक स्कूल वाराणसी में मेरा नामांकन करने का फैसला किया है, इसलिए, वहां प्रवेश लेने के लिए मुझे SLC की जरूरत है''. लेकिन जब उसे टीसी नहीं मिली तो उसने सुसाइड अटेम्प्ट कर लिया. अब युवक अस्पताल में जिंदगी और मौत की बीच झूल रहा है. वहीं छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे बेटे को एग्जाम से वंचित किया गया है.


प्रिंसिपल ने एग्जान देने से किया मना
इस घटना से पहले ऋषभ की बहन यशिका भट्ट ने ऋषभ के एग्जाम को लेकर स्कूल प्रिंसिपल से बातचीत की थी. बातचीत के ऑडियो में प्रिंसिपल ऋषभ को परीक्षा दिलवाने से साफ मना करती सुनाई दे रही है.वहीं ऋषभ के पिता गोपाल भट्ट का कहना है कि स्कूल पेपर देने से रोक रहा था इसलिए उसने आत्मघाती कदम उठाया है. अब हम स्कूल प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे. पिता का ये भी कहना है कि पिछले साल एक केस की वजह से स्कूल प्रबंधन एग्जाम से वंचित कर रहा है.


पुलिस को लगी चोट
वहीं जब छात्र स्कूल की छत से कूदने की धमकी दे रहा था तो इस बीच पुलिस भी मौके पर छात्र को समझाइश देने के लिए पहुंची थी. लेकिन छात्र नहीं माना और छत से कूद गया. जब कोलार थाने के एएसाआई ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो उनके हाथ में गंभीर चोट लग गई. अब छात्र और पुलिस दोनों अस्पताल में भर्ती है.