प्रमोद शर्मा/भोपालः स्थानीय निकाय चुनाव संपन्न हो चुके हैं. नतीजे भी जारी हो चुके हैं. अब बीजेपी ने अपने नेताओं की परफॉर्मेंस का ऑडिट करने की तैयारी कर ली है. बता दें कि भाजपा ने 17 अगस्त को एक बड़ी बैठक बुलाई है. इस बैठक में जिला अध्यक्षों, विधायकों, मंत्री, प्रदेश स्तरीय नेताओं और 2023 में टिकट के दावेदारों की निकाय चुनाव में परफॉर्मेंस का ऑडिट किया जाएगा. 


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इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश संगठन महामंत्री समेत बड़े नेता शामिल होंगे. माना जा रहा है कि जिन नेताओं का नगरीय निकाय चुनाव में प्रदर्शन बेहतर रहा है, उनका अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए दावा मजबूत होगा, वहीं जिन नेताओं का प्रदर्शन उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा है, उनके लिए 2023 की राह मुश्किल हो सकती है. 


नगरीय निकाय चुनाव के दौरान बीजेपी को अंतर्कलह से काफी जूझना पड़ा था. विरोध के चलते पार्टी ने 500 से ज्यादा बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की थी. उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने निकाय चुनाव के आंकड़े भी जारी कर दिए हैं, जिसमें नगर पालिका, नगर परिषद और नगर निगमों में अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी को बहुमत मिला है. 


345 निकायों के निर्वाचन में भाजपा ने 287, कांग्रेस ने 54 और निर्दलीय ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की है. 16 नगर निगम में से 13 नगर निगम में बीजेपी के अध्यक्ष चुने गए हैं. वहीं 70 नगर पालिकाओं में से 60 में, 255 नगर परिषदों में से 214 में बीजेपी के अध्यक्ष और सभापति चुने गए हैं.  


नगरीय निकाय चुनाव को 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा था. निकाय चुनाव में टिकटों का बंटवारा भी 2023 चुनाव को ध्यान में रखकर ही किया गया था.जिसमें कई विधायकों की चली. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी अपने एक बयान में कहा भी था कि सभी विधायक और विधानसभा चुनाव लड़ने के दावेदार याद रखें कि निकाय चुनाव के प्रदर्शन के आधार पर ही रिपोर्ट कार्ड तैयार होगा.