Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश विधानसभा की शीतकालीन सत्र के चौथे दिन बाद कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई. इस दौरान सदन में भाजपा के दिग्गज नेता और इंदौर-1 विधानसभा सीट से चुनकर आए कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री मोहन यादव की जमकर तारीफ की. विजयवर्गीय ने कहा कि मोहन यादव बड़े वर्सेटाइल पर्सनालिटी हैं. 


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विजयवर्गीय ने आगे कहा कि मोहन यादव के पास BSC, MA, LLB, MBA और PHD जैसी डिग्रियां हैं. सदन में इतना शिक्षित व्यक्ति कोई नहीं है. मोहन यादव के नेतृत्व में विकास में चार चांद लगाएंगे. उन्होंने कहा कि मजदूर का बेटा जब मुख्यमंत्री बनता है तो मजदूरों की चिंता करता है. कैलाश विजयवर्गीय ने इसके अलावा इंदौर की हुकुमचंद मिल के मजदूरों को 32 साल बाद न्याय मिलने पर कहा, 'मेरे पिता जी भी हुकुमचंद मिल में काम करते थे. 30 साल बाद मजदूरों के पैसे मिलने जा रहे हैं. इंदौर की ओर से मुख्यमंत्री को धन्यवाद." 


32 साल बाद हुआ फैसला
बता दें कि इंदौर हाईकोर्ट ने हुकुमचंद मिल मजदूरों को 32 साल और 1600 सुनवाई के बाद आखिरकार न्याय दे दिया है. नगर निगम की तरफ से वकील ने अपना पक्ष रखकर 15 जनवरी 2024 तक हुकुमचंद मिल मजदूरों के खाते में पैसा ट्रांसफर करवाने की बात कही है. जिसके बाद हाईकोर्ट ने नगर निगम को पैसा ट्रांसफर करने के आदेश जारी कर दिए हैं. वहीं मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मजदूरों के हित में बड़ा फैसला करते हुए 464 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है. 


सालों से बकाया की मांग कर रहे थे मजदूर
इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री ने बड़ा फैसला किया. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मजदूरों को भुगतान के लिए 464 करोड़ रुपए की राशि मंजूर कर दी है. जिसके बाद इंदौर की प्रसिद्ध हुकुमचंद मिल के मजदूरों को उनका बकाया पैसा मिलने का रास्ता साफ हो गया. मिल के सैकड़ों मजदूरों का लाखों रुपए बरसों से बकाया था. इसके लिए वो मिल प्रबंधन से लेकर कोर्ट तक में अपने हक की लड़ाई लड़ रहे थे. अब लंबे समय के बाद मजदूरों की पुरानी मांग पूरी हुई है.