2023 में कट जाएंगे BJP के इन विधायकों के टिकट! इनमें से कुछ मंत्रियों के नाम भी शामिल...
मध्यप्रदेश में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों ने युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है. वहीं एमपी में 65 साल या इससे ज्यादा की उम्र वाले भाजपा विधायकों के टिकट की दावेदारी मुश्किल में पड़ सकती है.
भोपाल: मध्यप्रदेश में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों ने युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है. वहीं एमपी में 65 साल या इससे ज्यादा की उम्र वाले भाजपा विधायकों के टिकट की दावेदारी मुश्किल में पड़ सकती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी इसकी सूची बना रही है, जिसमें 60 से लेकर 70 पार नेताओं के नाम हैं. लेकिन ज्यादा ध्यान 65 पार नेताओं पर दिया जा रहा है.
गौरतलब है कि हाल ही में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी को काफी ऐतिहासिक जीत मिली थी. इस जीत के बाद एमपी के सीएम से लेकर बीजेपी संगठन के पदाधिकारियों ने कहा था कि एमपी में भी गुजरात जैसे ही परिणाम आएंगे. वहीं से बातें भी निकल कर सामने आई थी कि बीजेपी गुजरात फॉर्मूले पर ही एमपी में नेताओं के टिकट काटेगी.
पहले जानिए गुजरात में क्या फॉर्मूला था
- 5 साल सीएम रहे विजय रुपाणी के साथ पूरा मंत्रिमंडल चुनाव से पहले बदला गया.
- 99 सीटों पर 40% मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए.
- विजय रुपाणी के साथ डिप्टी सीएम नितिन पटेल, प्रदीप जडेजा, भूपेंद्र सिंह जूडावत समेत कई उम्रदराज दिग्गजों के टिकट कटे.
- पाटीदार और ओबीसी समीकरण का ध्यान रखा नए चेहरे उतरे, एमपी में आदिवासी युवा चेहरों को जगह मिल सकती है.
- पूर्व विधायकों के परिवार से किसी एक सदस्य को टिकट दिया गया. मीडिया रिपोर्ट के मुबातिक 22 परिवारों को टिकट मिला.
एमपी ने उम्रदराज नेताओं की बढ़ी चिंता
अब एमपी में लंबे समय से विधायक रहने वाले उम्रदराज नेताओं को अपने भविष्य को लेकर चिंता काफी बढ़ गई है. ऐसे में देखना होगा कि आगे किसका टिकट कटेगा. अगर गुजरात का फॉर्मूला लागू हुआ तो विधानसभा अध्यक्ष डॉ. गिरीश गौतम का टिकट भी कट सकता है. बता दें कि 2018 के चुनाव से पहले 165 विधायकों में से भाजपा ने 53 विधायकों के टिकट काटे थे.
70 पार वाले बीजेपी विधायक
1. गौरीशंकर बिसेन (70 वर्ष)
2. सीताराम (73 वर्ष)
3. सीतासरन शर्मा (72 वर्ष)
4. रामलल्लू वैश्य (73 वर्ष)
5. अजय विश्नोई (70 वर्ष)
6. नागेंद्र सिंह (71 वर्ष)
7. नागेंद्र सिंह गुढ़ (77 वर्ष)
8. पारस जैन (73 वर्ष)
बीजेपी उम्रदराज मंत्री
1. बिसाहूलाल सिंह (73 वर्ष) शिवराज कैबिनेट में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री.
2. गोपाल भार्गव (70 वर्ष) मध्यप्रदेश के लोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के मंत्री
3. यशोधरा राजे (69 वर्ष) वर्तमान में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री हैं
4. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. गिरीश गौतम (70 वर्ष)
युवाओं पर फोकस की एक वजह
बता दें कि बीजेपी युवाओं पर काफी फोकस कर रही है. जो नगरीय निकाय चुनाव में देखने को मिला था. 2018 विधानसभा चुनाव में 20 से 29 साल के करीब 1 करोड़ से ज्यादा युवा मतदाता थे. जिसमें पहली बार वोट दे रहे 18 साल के उम्र वालों की संख्या 23 लाख थी. वहीं प्रदेश में 5 करोड़ से ज्यादा मतदाता थे. जिसमें युवा वर्ग की भूमिका 2019 लोकसभा में काफी ज्यादा थी. अब इन्हीं युवा मतदाताओं को जोड़ने के लिए बीजेपी प्लालिंग बना रही है.