प्रदीप शर्मा/भिंड: मध्यप्रदेश में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनावों के लिए कुछ ही समय बचा है. ऐसे में नेता टिकट जुगाड़ने और सत्ता में बने रहने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हैं. चाहे वह पार्टी से बगावत ही क्यों ना हो? चंबल अंचल में सत्ता में बने रहने के लिए नेता पार्टी बदलने से भी कतई चूकते नजर नहीं आते हैं. 


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बता दें कि बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह 10 महीने पहले बहुजन समाज पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. सदर विधायक संजीव सिंह कुशवाह का एक फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें वह बहुजन समाज पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठे नजर आ रहे हैं और भगवा गमछे के साथ बसपा का भी दुपट्टा गले में डाले हुए हैं.


फोटो वायरल होने से हलचल मच गई
सोशल मीडिया पर वायरल फोटो बीते दिन गुरुवार की बताई जा रही है. जिसमें वह मायावती और कांशीराम की फोटो वाला दुपट्टा डाले नजर आ रहे हैं. गौरतलब है कि संजीव सिंह ने 10 महीने पहले ही बसपा का दामन छोड़ बीजेपी का भगवा थाम लिया था. फिलहाल, वे भिंड विधानसभा से बीजेपी के विधायक हैं. ऐसे में चुनावी साल में उनकी इस प्रकार की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर हलचल मच गई हैं.


विधायक संजीव सिंह ने तस्वीर को लेकर ये कहा
हालांकि, इस तस्वीर को लेकर विधायक संजीव सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हमने पार्टी जरूर बदल ली है, लेकिन हमारे लिए भिंड की जनता एक समान है. अगर वह सम्मान से उनको गमछा पहना रही है तो मैंने जनता का सम्मान रखा है. पार्टी बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि तो वह भाजपा में अभी कार्य कर रहे हैं.कांग्रेस को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी पार्टी को देखें कि उनके यहां क्या हो रहा है? 


बीजेपी डूबता हुआ जहाज: कांग्रेस 
वहीं कांग्रेस जिला अध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी तो डूबता हुआ जहाज है. जिसमें भगदड़ मच रही है और नेता अपने लिए जमीन तलाश रहे हैं. इसका उदाहरण है कि सदर विधायक संजीव सिंह एक बार फिर बसपा का दामन थाम सकते हैं.


भिंड जिले में टिकट के लिए कई नेता छोड़ चुके हैं पार्टी 
-संजीव सिंह कुशवाहा ने टिकट न मिलने पर भारतीय जनता पार्टी छोड़कर 2018 में बसपा से चुनाव लड़ा और 10 महीने पहले विधायक बनने के बाद एक बार फिर भाजपा में शामिल हो गए हैं.


-भिंड से दो बार बीजेपी विधायक रह चुके नरेंद्र सिंह कुशवाह भारतीय जनता पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ चुके हैं.अब वह बीजेपी में हैं.


-भारतीय जनता पार्टी से मेहगांव विधानसभा से दो बार विधायक रहे राकेश शुक्ला भी भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं. अब भाजपा में हैं.


-मध्य प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री ओपीएस भदौरिया भी, ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए. 


-चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी भिंड विधानसभा से 2 बार कांग्रेस विधायक रहने के बाद कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम चुके और अब वापस कांग्रेस में हैं.