जानिए आखिर क्यों BJP सांसद ने सरकारी डॉक्टर को तीन बार झुककर किया प्रणाम?
डॉक्टर के अस्पताल में लेट पर पहुंचने पर बीजेपी सांसद रोडमल नागर ने गांधीवादी तरीका अपनाया.
मनोज जैन/राजगढ़ः आम तौर जब किसी नेता के कार्यक्रम में कोई डॉक्टर या अधिकारी लेट पहुंचता है तो अक्सर नेता गुस्सा हो जाते हैं. लेकिन मध्य प्रदेश के राजगढ़ में एक अनोखा नजारा देखने को मिला. जहां एक डॉक्टर के लेट पहुंचने पर बीजेपी सांसद रोडमल नागर ने कुछ ऐसा किया है जो पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है.
सांसद की नाराजगी का अनूठा तरीका
राजगढ़ सांसद रोडमल नागर ने नाराजगी व्यक्त करने का अनूठा तरीका इजाद किया है, उन्होंने अस्पताल में समय पर नहीं आने वाले डॉक्टर को गांधीवादी अंदाज में तीन बार झुककर प्रणाम कर अपनी नाराजगी जताई और बिना कुछ कहे ही इशारो ही इशारो में सब कह कर निकल गए. खास बात यह है कि उनकी नाराजगी के बाद सिविल अस्पताल प्रभारी डॉ धर्मराज पच्चीसिया को हटा दिया गया है.
यह है मामला
दरअसल, राजगढ़ से बीजेपी सांसद रोडमल नागर अपने संसदीय क्षेत्र पचोर के सिविल अस्पताल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर मरीजों को फल वितरण करने पहुंचे थे. यहां भर्ती मरीजों को उन्होंने फल वितरित किए. इस दौरान सुबह 10 बजे जब सांसद रोडमल नागर अस्पताल से निकल कर जा रहे थे, तब तक अस्पताल में कोई भी डॉक्टर उपस्थित नहीं था. जब अस्पताल में तैनात सरकारी डॉक्टरों को सांसद के अस्पताल में आने की भनक लगी तो सिविल अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर धर्मराज पच्चीसिया अस्पताल पहुंचे. लेकिन तब तक सांसद अस्पताल से जाने लगे थे.
गेट पर हुआ सामना
सांसद रोडमल नागर जब जा रहे थे, तभी गेट पर उन्हें डॉक्टर धर्मराज पच्चीसिया दिखे. लेकिन सांसद ने अस्पताल में समय पर नहीं आने वाले डॉक्टर को कुछ नहीं कहा और शालीनता दिखाते हुए बिना कुछ कहे तीन बार झुककर डॉक्टर को प्रणाम किया और वहां से चल दिए. यानि सांसद ने बिना कुछ कहे ही सब कुछ कह दिया. हालांकि डॉक्टर साहब भी पूरा माजरा समझ गए. सांसद का यह गांधीवादी तरीका पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
डॉक्टर को भारी पड़ी सांसद की नाराजगी
हालांकि सांसद की नाराजगी डॉक्टर को भारी पड़ी. जब मामला राजगढ़ जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस यदु के पास पहुंचा तो उन्होंने तत्काल मामले में संज्ञान लिया. उन्होंने डॉक्टर धर्मराज पच्चीसिया को हटाने का आदेश जारी कर दिया. आदेश में लिखा है कि 25 सितंबर को सांसद के भ्रमण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पचोर के प्रभारी डॉक्टर धर्मराज पच्चीसिया चिकित्सा अधिकारी समय सुबह 9:30 बजे तक भी अस्पताल नहीं पहुंचे. प्रशासनिक कार्य व्यवस्था की दृष्टि से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पचोर का प्रशासनिक एवं वित्तीय प्रभार तत्काल प्रभाव से आगामी आदेश तक डॉक्टर विकास शर्मा चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ केंद्र पचोर को सौंपा जाता है.
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