Earthquake in Delhi-NCR: राजधानी दिल्ली- NCR समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. यह झटके सोमवार शाम करीब 4:20 मिनट पर महसूस किए गए हैं. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक इससे पहले जो भूकंप आया था उसका एपिसेंटर नेपाल में था. फिलहाल आज के भूकंप के झटके की जानकारी आना बाकी हैं.


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घरों से भागे लोग
सोमवार शाम भूकंप आते ही बिल्डिंगे तेज-तेज हिलने लगी. दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद समेत उत्तर-प्रदेश के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस होती ही लोग घरों से बाहर भागे. इसके अलावा बिहार,उत्तराखंड में भी झटके महसूस किए गए.


नेपाल में रहा केंद्र
3 नवंबर की देर रात आए भूकंप का केंद्र नेपाल में था. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई है. जनहानि की कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है.



क्यों आता है भूकंप
दरअसल, धरती की अंदरूनी सतह पर प्लेट्स मौजूद होती हैं. जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं तो प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. ऐसे में जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं और ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं. इस कारण भूकंप आता है. बता दें कि पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं.


जानें भूकंप की तीव्रता के बारे में- 
- 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है. 
- 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है. 
- 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है. 
- 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं. दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं. 
- 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है. 
- 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है.


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