सत्य प्रकाश/रायपुर: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बता दें कि 1 जून से रायगढ़ में रामायण महोत्सव होने वाला है. इसे लेकर प्रदेश में सियासत भी जारी है. अब बीजेपी ने आरोप लगाया है कि, कांग्रेस के लोग धर्मान्तरण कराने वाले राम भक्त है. दरअसल, इन दिनों छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला काफी बड़ा होते जा रहा है, जिसे लेकर सभी राजनीतिक पार्टी एक-दूसरे पर तंज कसते नजर आ रहे हैं.


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बीजेपी ने लगाया आरोप
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, धर्मांन्तरण कराने वाले राम भक्त को प्रदेश की जनता समझ चुकी है. ये आदिवासी हिंदुओं समाज को ईसाई बनाने वाले हैं. ये जेहादियों को संरक्षण देने वाले लोग है. इनका असली चेहरा धर्मांतरणवादी है. वहीं कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार करते हुए कहा है कि 15 साल की सरकार होने के बावजूद भाजपा ने प्रभु राम और माता कौशल्या के लिए कुछ नहीं किया.


CG में विधानसभा चुनाव लड़ेगा ईसाई समुदाय! 
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में ईसाई समुदाय के बड़े लीडर अरुण पन्नालाल ने कहा था कि,चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही अपनी राजनीति के लिए आदिवासियों और ईसाईयों को दो पाटों में पीस रहे हैं, लेकिन वे संघर्ष की लड़ाई लड़ेंगे. बता दें कि ईसाई समुदाय पर प्रताड़ना के और उनके अधिकारों पर प्रहार के कई मामलों को लेकर कोर्ट में भी केस चल रहे हैं तो इधर विधानसभा चुनाव के महज़ कुछ महीने पहले ही ईसाई समुदाय ने चुनाव में उतरने की बात कह दी है. 


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बस्तर की इन सीटों पर ईसाई समुदाय का है प्रभाव 
बस्तर की 12 सीटों पर ईसाई समुदाय का लगभग 30% प्रभाव है. सरगुजा में तीन सीटें, मंत्री अमरजीत भगत की सीट सीतापुर, बलरामपुर और अंबिकापुर में ईसाई समुदाय का अच्छा खासा प्रभाव होने का दावा है. वहीं रायगढ़ की दो सीटों पर ईसाई समुदाय अपने प्रभाव की बात कह रहे हैं. कुल मिलाकर अपनी लगभग 12 लाख की आबादी के आधार पर 17 से 20 सीटों पर ईसाई समुदाय बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ नतीजों को प्रभावित करने की स्थिति में नज़र आता है.