Chaitra Navratri: नवरात्रि पर मां दुर्गा के साथ करें हनुमान जी की पूजा, मिलेगा दोगुना फल
नवरात्रि पर देवी दुर्गा के साथ हनुमान जी के पूजा का भी विशेष महत्व है, माना जाता है की नवरात्रि में हनुमान जी की पूजा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं नवरात्रि पर हनुमान जी की पूजा कैसे करें ?
Chaitra Navratri 2023: नवरात्रि दौरान मां दुर्गा के उपासक प्रत्येक दिन शक्ति की अलग-अलग रूप में पूजा करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं की आपकी पूजा साधना तब तक नहीं पूर्ण होती है, जब तक उनके साथ हमेशा रहने वाले भगवान भैरव (Lord Bhairav) और अष्टसिद्ध नव निधि के दाता श्री हनुमान जी (Hanuman) की पूजा नहीं करते हैं. ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि के नौ दिनों में देवी दुर्गा के साथ अष्टसिद्धि के दाता संकटमोचन श्री हनुमान जी की पूजा करने से हनुमान जी का विशेष आशीर्वाद मिलता है. आइए जानते हैं, नवरात्रि में देवी शक्ति के साथ हनुमान जी की पूजा कैसे करें, क्या है इसका महत्व ?
शक्तिपीठों में होती है हनुमान जी की पूजा
चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू है, नवरात्र के पवित्र दिन में देवी दुर्गा की आराधना के साथ बल, बुद्धि और विद्या के सागर संकटमोचन श्री हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. हनुमान जी को देवी शक्ति का परम भक्त माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि देवी दुर्गा और हनुमान जी में माता और पुत्र का संबंध है. यही वजह है कि देश के शक्तिपीठों में हनुमान जी की विशेष रूप से पूजा होती है. इसलिए नवरात्रि में मां दुर्गा के साधक को हनुमान जी की विशेष साधना करनी चाहिए ऐसा करने से साधक को दोगुना फल प्राप्त होता है.
ऐसे करें हनुमान जी की पूजा
हनुमान जी को अष्ट सिध्द नौ निधि के दाता और संकटमोचन के नाम से भी जाना जाता है. नवरात्रि के दौरान नौ दिन तक हनुमान जी की विधि पूर्वक सच्चे मन से प्रार्थना करने से जीवन की सारी समस्याएं दूर हो जाती है, और घर परिवार में सुख-संपत्ति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. नवरात्रि के दौरान पड़ने वाले मंगलवार और शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करना बहुत ही लाभदायक होता है.
इन बातों का रखें ख्याल
नवरात्रि के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ करना बहुत फलदायी माना जाता है. लेकिन हनुमान चालीसा पढ़ते समय आपको विशेष सावधानी रखनी चाहिए. नहीं तो आशीर्वाद के बजाय नुकसान भी हो सकता है, हनुमान चालीसा का पाठ करते समय तन-मन से शुद्ध होना चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ करते समय साधक को किसी के प्रति द्वेष, क्रोध या कामुक का विचार नहीं करना चाहिए. नवरात्रि के दौरान साधक को मास-मदिरा के सेवन से दूर रहना चाहिए.
देवी दुर्गा के साथ हनुमान जी को भी चढ़ाएं सिंदूर
अगर आप किसी समस्या को लेकर परेशान हैं, तो नवरात्रि के दौरान पड़ने वाले मंगलवार या शनिवार के दिन हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ाएं, ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी को सिंदूरी चोला बहुत प्रिय है, इसलिए उसे चढ़ाने से भक्तों के सारे दुःख दर्द दूर हो जाते हैं और हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
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