रायपुरः छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र समाप्त हो गया. इस बार सत्र दो दिन पहले ही समाप्त हो गया. वहीं आज सत्र का तीसरा दिन भी हंगामेदार रहा, विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच तीखी बहस हुई, विपक्ष ने चिटफंड कंपनी को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की, जबकि धान खरीदी और परिवहन के मुद्दे पर भी विपक्ष आक्रमक नजर आया, इस दौरान सदन में अनुपूरक बजट भी पास हुआ, जिसके बाद  विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई. 


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पूर्व सीएम ने सरकार से पूछे सवाल 
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने धान के उपार्जन की प्रदेश में व्यवस्था को लेकर सरकार से सवाल पूछे, जिसका जवाब देते हुए खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने डॉ रमन को लेकर, खाने के दांत और, दिखाने के दांत और टिप्पणी कर दी, इसपर हंगामा करते हुए विपक्ष गर्भगृह में आ गया, इस टिप्पणी को विधानसभा की कार्यवाही से विलोपित कर दिया गया, विपक्ष के हंगामे के बाद खाद्य मंत्री ने अपनी टिप्पणी पर खेद प्रकट किया. हालांकि विपक्ष ने प्रश्नकाल के दौरान मंत्री अमरजीत भगत के विभाग के किसी भी सवाल को पूछने से इंकार कर दिया.


रेडी टू ईंट का मुद्दा भी छाया रहा 
वहीं शून्यकाल स्व सहायता समूह से रेडी टू ईंट का मुद्दा भी छाया रहा. रेडी टू ईंट का काम निजी हाथों में देने के मामले को लेकर बीजेपी ने स्थगन प्रस्ताव देकर चर्चा की मांग की. बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि सरकार के इस फैसले से 30 हजार स्व सहायता समूह की महिलाएं प्रभावित हुई है. अजय चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में कहा गया था कि महिला स्व सहायता समूहों के क़र्ज़ को माफ़ किया जाएगा. क्या महिलाओं को बेरोजगार करना छत्तीसगढ़ का स्वाभिमान है. 


सदन में जमकर हुई नारेबाजी 
जिस पर संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा- हम इस मामले में चर्चा के लिए तैयार हैं. जिसके बाद महिला बाल विकास मंत्री अनिल भेड़िया ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि सभी महिला स्व सहायता समूहों को हटाया नहीं जाएगा, सभी को काम दिया जाएगा. इस योजना के संचालन में भ्रष्टाचार का आरोप भी गलत है. जिसके बाद विधान सभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी ने स्थगन प्रस्ताव को स्वीकृत किया और चर्चा के लिए 3 बजे का समय तय किया जिसके बाद भाजपा सदस्य तत्काल चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. भाजपा सदस्य एक बार फिर गर्भगृह में घुसकर नारेबाजी करने लगे, जिसके चलते सभी स्वयमेव निलंबित हो गए उपाध्यक्ष ने भाजपा के सभी को सदन से बाहर जाने को कहा लेकिन वे वहीं नारेबाजी करते रहे.


फरवरी मार्च में आयोजित होगा अगला सत्र 
विपक्ष के वॉक आउट के बाद कार्यवाही आगे बढ़ी, शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन रहा, अब विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी गई, जिसमें सरकार ने 2108 करोड़ का अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित करा लिया, चार संशोधन विधेयकों को भी विधानसभा की मंजूरी मिल गई,अब विधानसभा का अगला सत्र फरवरी-मार्च महीने में बजट सत्र के तौर पर आयोजित होगा.


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