छत्तीसगढ़ बजट सत्र में उठा स्वामी आत्मानंद योजना का मुद्दा, कांग्रेस सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में बीजेपी को दिखा भ्रष्टाचार
chhattisgarh budget session: भूपेश बघेल की सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है स्वामी आत्मानंद स्कूल. अब 2 माह पहले आई बीजेपी की विष्णुदेव साय सरकार ने इसपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. बजट सत्र में इसे लेकर क्या फैसला होता है देखिए
Chhattisgarh News: विधानसभा के बजट सत्र में स्वामी आत्मानंद योजना को लेकर सवाल उठे. बीजेपी विधायको ने ध्यानाकर्षण के जरिये स्कूलों के संचालन को लेकर कई सवाल उठाए, जिसपर स्कूल शिक्षामंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने जवाब देते हुए अगले शैक्षणिक सत्र से कलेक्टर की समितियों को भंग कर आत्मानंद स्कूलों का संचालन शिक्षा विभाग से करने की घोषणा कर दी.
स्वामी आत्मानंद स्कूल पर घेरा
विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन आज बीजेपी के विधायक अजय चंद्राकर, अनुज शर्मा और भावना बोहरा ने ध्यानाकर्षण के जरिये स्वामी आत्मानंद स्कूल में अव्यवस्थाओं को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री को जमकर घेरा. अजय चंद्राकर ने आरडी तिवारी के जर्जर भवन और छत के स्लैब का मामला उठाते हुए सवाल कर कहा कि स्मार्ट सिटी के मद में किस मेंटेनेंस में किस नियम के मद में किया गया हैं. इतना ही नहीं पूरे प्रदेश में स्कूलों में मेंटेनेंस के नाम पर भ्रष्टाचार होने की बात चंद्राकर ने कहकर क्या उनपर कार्यवाही की गई यह सवाल किया.
शिक्षामंत्री बृजमोहन अग्रवाल की घोषणा
वहीं दूसरी तरफ योजना के चलते स्कूलों के नाम बदलने पर बृजमोहन अग्रवाल ने घोषणा की. उन्होंने कहा कि अगले शिक्षा सत्र में कलेक्टर की सभी समिति भंग कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों को शिक्षा विभाग के अंतर्गत लाया जाएगा. वहीं जहा स्कूलों के नाम बदल गए हैं, उन स्कूलों का नाम स्वामी आत्मानंद स्कूल से जोड़ा जाएगा. जो भी शिकायत मिलेगी उसकी जांच कराएंगे. बच्चों का भविष्य सुरक्षित रहे यह सुनिश्चित करेंगे. कांग्रेस सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वामी आत्मानंद स्कूल जिसमें हर वर्ग के बच्चों को गुणवत्ता के साथ शिक्षा देने योजना शुरू की गई थी. आरोप है कि अब इसपर सत्ता में आते ही बीजेपी ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. शिक्षा मंत्री का निर्णय कितना कारगर होता है ये आने वाला वक़्त ही बताएगा.
9 फरवरी को बजट
बता दें छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार अपना पहला बजट 9 फरवरी को पेश करेगी. इससे पहले वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि बजट राज्य के विकास को देखते हुए बनाया गया है. इस बात को ध्यान में रखा गया है कि आने वाले समय में ये बजट छत्तीसगढ़ के विकास में मील का पत्थर साबित होगा. इस बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा फोकस किया जाएगा. इसके अलावा राज्य के विकास के लिए कई अहम फैसले होंगे. क्योंकि छत्तीसगढ़ का समूचा विकास करना ही हमारी पहली प्राथमिकता है. बता दें कि छत्तीसगढ़ की साय सरकार अपना पहला बजट पेश करने जा रही है.
रिपोर्ट राजेश निषाद