वजन घटाने के लिए दवाओं का सेवन परमानेंट समाधान नहीं है. विशेषज्ञों के अनुसार, स्वस्थ जीवन शैली अपनाना ही सबसे अच्छा तरीका होता है.
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आजकल वजन घटाने के लिए दवाओं का सेवन तेजी से बढ़ रहा है, खासकर ओजेम्पिक और सेमैग्लूटाइड जैसी दवाओं का, जिन्हें मोटापे के इलाज के लिए प्रभावी माना जाता है. इन दवाओं ने न केवल मोटापे से पीड़ित लोगों के बीच एक उम्मीद की किरण दिखाई है, बल्कि इनसे शरीर के फैट को घटाने में भी मदद मिल रही है.
हालांकि, इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज के निदेशक, डॉ. एसके सरीन ने इन दवाओं के अत्यधिक उपयोग को गलत बताया है. उनका कहना है कि इन दवाओं का इस्तेमाल केवल एक सीमित वर्ग के लिए सही है और इसे एक स्थायी समाधान के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. इसके बजाय, उन्होंने स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और नियमित रूप से व्यायाम करने की सलाह दी.
दवाओं के फायदे और नुकसान
डॉ. सरीन ने एजेंडा आज तक इवेंट में बताया कि ओजेम्पिक जैसी दवाएं शरीर के फैट को कम करने के लिए मेटाबॉलिक रिएक्शन को बढ़ावा देती हैं, विशेष रूप से लिपोलिसिस को. इन दवाओं से फैट कम करने में मदद मिलती है, लेकिन इसके साथ ही यह महंगी भी हैं, जिससे इसका इस्तेमाल अमीर लोग आसानी से कर पाते हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि औसत व्यक्ति के लिए यह एक उचित समाधान नहीं हो सकता.
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वेट लॉस में लिवर की भूमिका
डॉ. सरिन ने जिगर को एक "चार्टर्ड अकाउंटेंट" से तुलना की, जो शरीर के इनपुट और आउटपुट का संतुलन बनाए रखता है. उनका कहना था कि अत्यधिक कैलोरी का सेवन फैट के संचय की ओर ले जाता है, जिससे फैटी लिवर रोग, धमनियों में ब्लॉकेज और फेफड़े और गुर्दे जैसे अन्य अंगों में जटिलताएं हो सकती हैं. ऐसे में आहार में कम से कम 60% कच्चे भोजन को शामिल करने और सूजन पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों से बचना जरूरी है.
वेट लॉस दवा के साइड इफेक्ट्स
इसी सत्र में डॉ. नरेश त्रेहान, मेदांता अस्पताल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, ने भी इन वजन घटाने की दवाओं के दुष्प्रभावों पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने इन दवाओं को "खतरनाक" करार दिया और कहा कि इसका गलत तरीके से उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. क्योंकि इन दवाओं से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, मितली, उल्टी, पल्पिटेशन और मेटाबोलिक असंतुलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. साथ ही इससे दोबारा वजन भी बढ़ सकता है.
हेल्दी लाइफस्टाइल जरूरी
दोनों विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि वेट कंट्रोल करने और स्वास्थ्य जोखिमों से बचने के लिए जीवनशैली में बदलाव, जैसे नियमित व्यायाम और संतुलित आहार ही सबसे प्रभावी तरीका है.
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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.