चुन्नीलाल देवांगन/रायपुरः छत्तीसगढ़ में भाजपा के प्रदेश सहप्रभारी नितिन नवीन के बयान पर राजनीति शुरू हो गई है. सीएम भूपेश बघेल ने नितिन नवीन के बयान पर उनसे माफी की मांग की है. जिस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने सीएम बघेल को ही निशाने पर ले लिया है. अरुण साव ने कहा कि क्या छत्तीसगढ़ से राज्यसभा में भेजने लायक लोग नहीं हैं क्या? बयानबाजी से लग रहा है कि राज्य में छत्तीसगढ़िया पहचान पर राजनीति शुरू हो गई है.


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सीएम ने की माफी की मांग
नितिन नवीन के बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि नितिन नवीन को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए. सीएम ने सवाल किया कि छत्तीसगढ़ क्या भारत से बाहर है. हर प्रदेश का अपना गौरव है. छत्तीसगढ़ को हम लोग मां के रूप में मानते हैं लेकिन भाजपा, छत्तीसगढ़ के लोगों का विरोध कर रही है. सीएम ने बीजेपी पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा ना देने का आरोप लगाया. साथ ही आरोप लगाया कि भाजपा ने राज्य की 42 जनजातियों की कभी सुध नहीं ली. छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ियावाद हावी होता जा रहा है इसलिए बीजेपी घबरा रही है. कांग्रेस सभी को जोड़ने और भाजपा तोड़ने में विश्वास रखती है.  


क्या बोले अरुण साव
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि महतारी के अपमान का सवाल ही नहीं उठता. हम मान सम्मान बढ़ाने वाले लोग हैं. हम छत्तीसगढ़ को अलग राज्य बनाने वाले लोग हैं. देश दुनिया में छत्तीसगढ़ को अलग पहचान दिलाने वाले लोग हैं. जब कोई बात हुई ही नहीं तो माफी मांगने का सवाल ही नहीं है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बताना चाहिए कि छत्तीसगढ़ में राज्यसभा भेजे जाने लायक लोग नहीं हैं क्या? ये छत्तीसगढ़ का अपमान नहीं है कि छत्तीसगढ़ के बाहर के लोग यहां से राज्यसभा सांसद हैं. साव ने कहा कि कांग्रेस के लोग विषय को तूल दे रहे हैं और तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं. महतारी का आन मान सम्मान भारतीय जनता पार्टी ने ही आगे बढ़ाया है.


नितिन नवीन ने क्या कहा था
बता दें कि सीएम भूपेश बघेल ने राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में छत्तीसगढ़ महतारी की आदमकद प्रतिमा लगाने का ऐलान किया है. इस पर रायपुर पहुंचे भाजपा प्रदेश सहप्रभारी नितिन नवीन ने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति लगाने से क्या होगा? हम छत्तीसगढ़ियावाद की बात नहीं करते, हम भारतीयतावाद की बात करते हैं. उन्होंने ये भी कहा कि छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को किसी ने साकार किया है तो वह पूर्व पीएम स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने किया है.