Amarwara Bye election: धीरन शाह इनवाती ने अमरवाड़ा से किया नामांकन, नदारद रहा नाथ परिवार, नाराजगी या कुछ और?
Amarwara Bye-Election: मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव पर सबकी निगाहें टिकी हैं. कांग्रेस प्रत्याशी धीरन शाह इनवाती ने जीतू पटवारी और उमंग सिंघार जैसे दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल किया. नामांकन रैली में कमल नाथ और नकुल नाथ की गैरमौजूदगी ने कई अटकलों को जन्म दे दिया है.
Amarwara Bye election: मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा सीट सबसे हॉट सीट बन गई है. इन दिनों मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में इसकी चर्चा हो रही है. आपको बता दें कि अमरवाड़ा की जंग जीतने के लिए कांग्रेस पार्टी ने धीरन शाह इनवाती को अपना उम्मीदवार बनाया है. गुरुवार को धीरन शाह इनवाती ने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, जिले के वरिष्ठ नेताओं और विधायकों की मौजूदगी में औपचारिक रूप से अपना नामांकन दाखिल किया. नामांकन दाखिल करने के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए जीतू पटवारी ने कांग्रेस की जीत का भरोसा जताया. इस कार्यक्रम में जिले भर से कांग्रेस नेता जुटे थे.
नामांकन की खास और चौंकाने वाली बात यह रही कि नामांकन के दौरान नाथ परिवार गायब रहा. नाथ परिवार की अनुपस्थिति ने कई सवालों को जन्म दे दिया है. सोचने वाली बात है कि छिंदवाड़ा में नाथ परिवार के बिना कोई बड़ा फैसला नहीं होता था, लेकिन पहली बार इतने अहम उपचुनाव के नामांकन में कमलनाथ-नकुल नाथ गायब दिखे. इसी के चलते सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह पार्टी से कोई नाराजगी है या कुछ और. हालांकि पार्टी की आधिकारिक प्रेस रिलीज में साफ किया गया है कि उम्मीदवार का चयन कमल नाथ और नकुल नाथ दोनों से चर्चा के बाद किया गया है. कहा जा रहा है कि कमल नाथ ने धीरन शाह इनवाती को टिकट दिलाने में अहम भूमिका निभाई और उन्हें नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ने के लिए राजी किया.
बता दें कि धीरन शाह इनवाती ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल किया, जबकि एक दिन पहले ही उन्हें उम्मीदवार घोषित किया गया था. नामांकन के दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार, पूर्व मंत्री सुखदेव पानसे, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद तिवारी और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विश्वनाथ ओकाटे जैसे प्रमुख लोग मौजूद थे. उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 जून को शुरू हुई थी. 19 जून तक छह नामांकन दाखिल किए जा चुके हैं, जिनकी अंतिम तिथि 21 जून है. नामांकन पत्रों की जांच 24 जून को होगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 26 जून है.