Chhindwara Seat: विवेक बंटी साहू ने सांसद पद की शपथ लेते ही पूरा किया ये वादा, साथ ही बनाया खास रिकॉर्ड
Vivek Bunty Sahu: संसद सत्र के पहले दिन छिंदवाड़ा से भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद विवेक बंटी साहू ने इतिहास रच दिया. वो सांसद के रूप में शपथ लेने वाले छिंदवाड़ा के पहले मूल निवासी बन गए. साथ ही वो पीला गमछा पहनकर उन्होंने आदिवासी समुदाय से किया अपना वादा पूरा किया.
Chhindwara Loksabha Seat: लोकसभा चुनाव के बाद संसद के पहले सत्र का आज पहला दिन था. जहां कई सांसदों ने शपथ ली है. मध्य प्रदेश से चुने गए सांसदों ने भी यहां शपथ ली है. गौरतलब है कि इस बार मध्य प्रदेश से सभी 29 सीटों से बीजेपी सांसद चुनाव जीतकर दिल्ली पहुंचे हैं. इस बार हाई प्रोफाइल सीट छिंदवाड़ा से विवेक बंटी साहू ने जीत दर्ज की है. जहां पिछली बार कांग्रेस के नकुल नाथ ने जीत दर्ज की थी और इस बार वो चुनाव हार गए. आपको बता दें कि शपथ ग्रहण समारोह के दौरान विवेक बंटी साहू ने खास रिकॉर्ड बनाया और अपने क्षेत्र के आदिवासियों से किया पहला वादा भी पूरा किया.
दरअसल, छिंदवाड़ा से नवनिर्वाचित सांसद विवेक बंटी साहू ने शपथ ग्रहण समारोह में आदिवासी समाज की सांस्कृतिक आस्था का प्रतीक पीला गमछा पहनकर चुनाव पूर्व किया गया अपना वादा पूरा किया. साथ ही 72 वर्षों में यह पहला मौका था, जब छिंदवाड़ा के किसी मूल निवासी ने सांसद के रूप में शपथ ली है.
आदिवासी समाज से किया वादा पूरा किया
बता दें कि छिंदवाड़ा से नवनिर्वाचित सांसद विवेक बंटी साहू ने अपने क्षेत्र की जनता से वादा किया था कि निर्वाचित होने पर वे संसद में कदम रखते ही जिले की सांस्कृतिक और प्राचीन परंपरा के प्रतीक यानी पीला गमछा को पहनेंगे. जिसके बाद आज उन्होंने अपना वादा पूरा किया. प्रोटेम स्पीकर ने सांसद विवेक बंटी साहू को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस दौरान उन्होंने पीले रंग का गमछा गले और सिर पर पहना हुआ था.
बनाया ये खास रिकार्ड
साथ ही विवेक बंटी साहू ने सांसद पद की शपथ लेकर एक खास रिकार्ड बनाते हुए इतिहास भी रच दिया. दरअसल, भारत के संसदीय लोकतंत्र के 72 वर्षों में पहली बार छिंदवाड़ा के किसी मूल निवासी ने सांसद के रूप में शपथ ली है. 1952 से लेकर 17वीं लोकसभा के गठन तक छिंदवाड़ा में जन्मे किसी भी व्यक्ति ने इस पद को नहीं संभाला है. ये मुकाम हासिल करने वाले विवेक बंटी साहू छिंदवाड़ा के पहले मूल निवासी हैं.