सचिन गुप्ता/छिंदवाड़ा: पुलिस समाज से अपराध को मिटाने और अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम करती है. लेकिन जब पुलिस अपराध की संरक्षक बन जाए तो अपराध मुक्त और सुरक्षा का भाव जनता के बीच खत्म हो जाएगा. पुलिस के संरक्षण में अपराध पल रहा था, एक ऐसा ही मामला छिन्दवाड़ा से सामने आया है. इस मामले के सामने आने के बाद छिंदवाड़ा एसपी ने 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.  


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दरअसल ऑपरेशन प्रहार के तहत छिंदवाड़ा एसपी विवेक अग्रवाल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उमरानाला चौकी में पदस्थ चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. अवैध गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप में कार्रवाई करते हुए उमरानाला में पदस्थ पुलिसकर्मी राजकुमार बघेल, शिव अवतार, आदित्य नंदनवार और संतोष चौहान को निलंबित किया है.


बिना बताए नहीं जा पाएंगे
इन सभी निलंबित पुलिसकर्मियों को रक्षित केंद्र छिंदवाड़ा में पेश किया गया है. जहां पुलिसकर्मियों को रोजाना अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी, और बिना बताए बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी.


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अपराधी को दे देते थे सूचना
एसपी अग्रवाल ने बताया कि थाना प्रभारी मोहखेड़ ने लिखित शिकायत की थी कि जब भी चौकी प्रभारी या थाना प्रभारी अवैध गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने की कार्रवाई करता है तो ये पुलिसकर्मी अवैध गतिविधि संचालित करने वाले लोगों को सूचना दे देते. साथ ही इन तत्वों के संपर्क में रहते थे. जुआ सट्टा या अवैध शराब की कार्रवाई होने से पहले ही संबंधित को इस बारे में सूचना मिल जाती थी. जिससे कार्रवाई फेल हो जाती थी. प्राथमिक जांच में यह आरोप सही पाए गए, जिसके बाद चारों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया.