Madhya Pradesh News: सागर जिले के बरोदिया नौनागिर गांव की घटना के बाद प्रदेश में सियासी पारा चढ़ गया है. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बुधवार को पीड़ित दलित परिवार से मुलाकात की. दो दिन पहले पीड़ित अंजना अहिरवार की की एम्बुलेंस से गिरकर रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी. वह अपने चाचा के शव को लेकर आ रही थी. करीब एक साल पहले अंजान के भाई की बीच बाजार हत्या कर दी गई थी. साथ ही मां के साथ भी बदसलूकी की गई थी. यह सब उस वक्त शुरू हुआ जब भाई ने अंजना के साथ हुई छेड़छाड़ का विरोध शुरू हुआ था.


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सीएम यादव ने परिवार की सुरक्षा और आरोपियों को जल्दी से जल्द सख्त सजा दिलाने की बात कही. साथ ही गांव में पुलिस चौकी खोलने के निर्देश दिए. इसके बाद सीएम अंजना के चाचा राजेंद्र के परिवार से मिले. सीएम ने मृतक राजेंद्र अहिरवार के परिवार को 8,25,000 रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात कही है. इसमें से आधी राशि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर बैंक खाते में जमा की जाएगी. बाकी आधी राशि चालान पेश होने के बाद दी जाएगी. सीएम ने घटना में घायल पप्पू रजक के परिजनों से भी मुलाकात की. इन्ही के घर पर राजेंद्र से विवाद हुआ था.


कांग्रेस पर क्या बोले CM
सीएम ने कहा कि लोगों को एक साथ लंबे समय तक रहना है. समाज के वरिष्ठ लोगों से भी चर्चा की जाएगी. फिलहाल सरकार पीड़ित पक्ष के साथ है. इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी. आर्थिक सहायता भी करेंगे. मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि ऐसे मामलों पर राजनीति न करें. कांग्रेस को निजी झगड़ों को राजनीति में नहीं लाना चाहिए. कांग्रेस खुद सोचे वह क्या कर रहे हैं. इधर, मृतक अंजना के परिजन CBI जांच की मांग पर अड़े हैं.


कांग्रेस ने भूपेंद्र सिंह पर जताया एतराज
इधर, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने सरकार से पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए देने और सीबीआई से जांच कराने की मांग की. यही नहीं कांग्रेस ने पीड़ित परिवार के घर खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह को साथ ले जाने पर ऐतराज जताया. कांग्रेस ने X पर लिखा- मुख्यमंत्री जी पीड़ित परिवार को साथ देने गए थे या डराने. एक दिन पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे. राहुल गांधी ने भी पीड़ित परिवार से फोन पर बात की थी.


रिपोर्ट: महेंद्र दुबे, सागर