Madhya Pradesh News-पूरे देश भर में नवरात्रि का पर्व धूम-धाम से मनाया जाता है. इन नौ दिनों में देवी के अलग-अलग स्वरुपों की पूजा की जाती है, नवरात्रि के 9 दिनों के बाद दशहरा मनाया जाता है. जिसका लोग इंतजार करते हैं. दशहरे के दिन को लोग सत्य पर असत्य की जीत को तौर पर मनाते हैं. लेकिन विजयदशमी से पहले दमोह में विवाद खड़ा हो गया है. क्या है पूरा विवाद आपको बताते हैं.


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दमोह में देवी प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल, दशहरा के दिन होने वाले विसर्जन कार्यक्रम पर पुलिस ने दुर्गा समितियों को बाउंड ओवर के नोटिस जारी किए गए थे. इन बाउंड ओवर नोटिस को लेकर कारण हिंदूवादी संगठन और देवी समितियों के सदस्य नाराज हो गए. नोटिस को लेकर समितियों के सदस्यों को लेकर नाराजगी जाहिर की है. 


क्या है पूरा मामला 
पुलिस ने हिंडोरिया कस्बे में दुर्गा प्रतिमाओं की समितियों के अध्यक्षों को नोटिस देकर जमानत कराने का आदेश दिया है. जिसके बाद देवी समितियों ने एसपी से मुलाकात की. पुलिस ने करीब 20 से ज्यादा दुर्गा पंडाल समितियों को बाउंड ओवर नोटिस जारी किए थे. नोटिस जारी कर समिति के अध्यक्षों को यह आदेश दिया था कि अगर दशहरे वाले दिन अगर कोई गड़बड़ होती है तो उसकी जिम्मेदारी पंडाल के अध्यक्षों की होगी. इतना ही नहीं इसके अलावा गड़बड़ी होने पर उनपर कार्रवाई की जाएगी. 


प्रशासन ही करे विसर्जन 
इस फैसले को समितियों और हिंदू संगठनों ने धार्मिक आस्था पर चोट बताया है. फैसले के विरोध में हिंदू संगठनों ने देवी विसर्जन नहीं करने का फैसला लिया है. साथ ही उन्होंने प्रशासन से कहा है कि अब आगे की पूजा-पाठ और विसर्जन प्रशासन खुद ही करे, इसके अलावा उनका कहना है कि धार्मिक आस्था पर चोट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 


पुलिस का क्या कहना 
पूरे मामले में विवाद को बढ़ते देख पुलिस ने यू-टर्न ले लिया है. दमोह एसपी ने बताया कि पिछले सालों में हिंडोडिया में विसर्जन को लेकर विवाद हुए थे, इसी को लेकर जिला कलेक्टर के निर्देश पर नोटिस जारी किया गया था. कलेक्टर से इस आदेश को लेकर पुनर्विचार करने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि कोशिश रहेगी की विसर्जन शांति पूर्ण तरीके से हो.


दमोह से महेंद्र दुबे की रिपोर्ट