Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आयोजित यादव महाकुंभ में शामिल हुए. वे यहां मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे. CM ने मंच से यादव समाज के लोगों को संबोधित किया. इस यादव महाकुंभ के मुख्य आयोजक श्री कृष्ण जन्मभूमि मामले से जुड़े मुख्य पक्षकार मनीष यादव थे. 


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सीएम यादव ने जनता को संबोधित करते हुए कहा," उत्तर प्रदेश वो धरती है जो नारा ही नहीं लगाती, नारे को सार्थक भी करती है." उन्होंने यादव महाकुंभ में भाषण की शुरुआत 'जय यादव- जय माधव' के जयकारे के साथ की. उन्होंने कहा- इस नारे में सब कुछ आ जाता है. यह जय-जयकार किसी समाज विशेष की नहीं है. किसी जाति विशेष की नहीं है. ये आवाज 5000 साल पुराने वक्त को याद दिलाती है. 


बिना नाम लिए अखिलेश पर निशाना
मोहन यादव ने अपने संबोधन में परिवारवाद के मुद्दे पर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर निशाना साधा. सीएम मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में एक यादव को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला है. यह दूसरी पार्टियों को सबक है कि परिवार को न देखें. कोई भी मुख्यमंत्री बन सकता है. किसी के लिए अवसर की कमी नहीं है. मेरे पिता जी ना तो मुख्यमंत्री थे और ना ही वो किसी पार्टी के अध्यक्ष थे लेकिन मेरी पार्टी ने मेरी मेहनत पर मुझे उज्जैन नगर पालिका का अध्यक्ष चुना.  


यूपी से बताया 450 साल पुराना रिश्ता
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा- वो भगवान कृष्ण थे, जिसने मर्यादा तोड़ी उसको मर्यादा में रखा, हमें गर्व है कि हम उस वंश से आते हैं. सरकार बनी तो हमने सबसे पहला निर्णय लिया कि भगवान श्रीकृष्ण शिक्षा लेने उज्जैन आए, तो जिस मार्ग से आए, वहां जो लीलाएं हुईं, ऐसे स्थलों को तीर्थ बनाया जाएगा. उत्तर प्रदेश से मेरा एक और रिश्ता है. मेरी ससुराल और मेरे पूर्वज भी 450 साल पहले आजमगढ़ से गए थे. इसलिए उत्तर प्रदेश से मेरा दोहरा रिश्ता है. 


सीएम के जरिए यादवों को साधेगी भाजपा
लोकसभा चुनाव से पहले सीएम मोहन यादव के उत्तर प्रदेश दौरे को सियासी तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि, उत्तर प्रदेश में यादव समाज का अच्छा प्रभाव है. पूरे राज्य में करीब 7-8 प्रतिशत यादव वोटर हैं. हालांकि, विधानसभा की 50 सीटों और लोकसभा की 10 सीटों पर यादवों का अच्छा खासा प्रभाव है. इस लिहाज से सीएम यादव के उत्तर प्रदेश दौरे को लोकसभा चुनाव के नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है.