Health News: भोपाल में होगी केरल की तरह पंचकर्म थैरेपी, सीएम शिवराज करेंगे शुरुआत
Panchkarma Therapy in Bhopal: आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में पंचकर्म एंड वेलनेस सेंटर का उद्घाटन करेंगे. यह सेंटर 5 स्टार होटल जैसा बनकर तैयार है.
प्रमोद शर्मा/भोपालः पंचकर्म के लिए अब लोगों को केरल जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी. अब भोपाल में ही 5 स्टार होटल फैसिलिटी के बीच केरल के थैरेपिस्ट पंचकर्म करेंगे. बता दें कि कलियासोत डैम के किनारे देश का पहला सरकारी पंचकर्म एंड वेलनेस सेंटर बनकर तैयार हो गया है. सीएम शिवराज सिंह चौहान आज इस सेंटर का उद्घाटन करेंगे. पहाड़ी पर बने इस सेंटर में हरियाली और डैम के किनारे लोगों को पंचकर्म की फैसिलिटी मिलेगी.
आपको बता दें कि पंचकर्म आयुर्वेदिक इलाज का एक तरीका है. पंचकर्म का अर्थ पांच वेरियस थेरेपीस का कॉम्बिनेशन है. इस प्रोसेस से शरीर को बीमारियों और कुपोषण द्वारा छोड़े गए विषैले पदार्थों को बाहर करने के लिए किया जाता है.
देश की पहली सरकारी पंचकर्म एंड वेलनेस यूनिट
पं. खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक कॉलेज में 10 करोड़ रुपए की लागत से ढाई साल में यह पंचकर्म थैरेपी सेंटर बनकर तैयार हुआ है. अभी आयुर्वेदिक कॉलेज में 150 बेड की पंचकर्म यूनिट संचालित हो रही है. रोजाना करीब 200 मरीज अभी पंचकर्म कराते हैं. पंचकर्म के प्रति लोगों की बढ़ती रूचि और मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए हाईटेक यूनिट से तैयार की गई है. आज 50 बिस्तरीय बेड पंचकर्म की शुरुआत सीएम शिवराज सुबह 10:10 बजे करेंगे.
जानिए क्या होता है पंचकर्म थैरेपी
पंचकर्म पंचकर्म आयुर्वेदिक इलाज की पद्धति है. पंचकर्म का अर्थ पांच विभिन्न चिकित्साओं का संमिश्रण है. इस प्रोसेस से शरीर को बीमारियों एवं कुपोषण द्वारा छोड़े गये विषैले पदार्थों से निर्मल करने के लिये होता है. आयुर्वेद की मानें तो यह असंतुलित दोष अपशिष्ट पदार्थ उतपन्न करता है जिसे 'अम' कहा जाता है. यह एक दुर्गंधयुक्त चिपचिपा हानिकारक पदार्थ होता है. इसे हर संभव शरीर से बाहर निकालना आवश्यक होता है. इसे पंचकर्म थैरेपी प्रकिया के जरिए आसानी से निकाला जा सकता है. इसमें शारीरिक व्याधियों की वजह से दूषित दोषों को शरीर से बाहर निकाल फेंकने से अधिकांश रोग स्वतः ठीक हो जाते हैं. पंचकर्म उपचार एक प्रभावी इलाज है.
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