प्रमोद शर्मा/भोपाल: सीएम शिवराज चौहान ने धर्मांतरण को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में धर्मांकरण का षड्यंत्र चल रहा है. उसके खिलाफ आपको आगाह कर रहा हूं. कुछ ऐसे लोग हैं, जो सख्ती से हमारी बेटी से शादी कर लेते हैं और बाद में धर्मांतरण करने की भी कोशिश करते हैं.  कुछ ऐसे लोग हैं, जो सख्ती से हमारी बेटी से शादी कर लेते हैं और बाद में धर्मांतरण करने की भी कोशिश करते हैं. सीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि एक बात सुन लो, साफ-साफ कह रहा हूं, कपट और छल से धर्मांतरण मध्यप्रदेश की धरती पर किसी कीमत पर नहीं होने दूंगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि सीएम शिवराज ने ये बड़ी बात नर्मदापुरुम के केसला जिला में 'पेसा जागरुकता सम्मेलन' में कही. इस दौरान खनिज साधन और श्रम मंत्री उदय प्रताप सिंह उपस्थित रहे. 



पेसा कानून शहर में लागू 
नर्मदापुरुम में आयोजित सम्मेलन में सीएम शिवराज ने कहा कि जनजातीय भाई-बहनों को पेसा एक्ट अधिकार संपन्न बना रहा है. इसे प्रदेश के 89 जनजातीय ब्लॉकों में लागू हो रहा है. पेसा एक्ट किसी के खिलाफ नहीं है. न सामान्य वर्ग, न ओबीसी के खिलाफ है.  पेसा एक्ट जनजातीय इलाकों में प्रभावी होगा, शहरों में लागू नहीं होगा. 


एमपी के धरती पर ये नहीं होगा
सीएम ने कहा कि कुछ ऐसे लोग सख्ती से हमारी बेटी से शादी कर लेते हैं, औऱ बाद में धर्मांणतरण की कोशिश करते हैं. ऐसे लोगों के लिए सीएम ने सख्त चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि आदिवासी की बेटी से शादी कर लो और उनके नाम जमीन खरीद लो फिर वही जमीन को उनके बेटा-बेटी के नाम आ जाए. ये कपट है. ऐसे छल से आदिवासी समाज को सावधान रहने की जरूरत है. ये सब एमपी की धरती पर नहीं होगा.


कोई छल से जमीन नहीं ले पाएगा
सीएम ने आगे कहा कि अब कोई छल कपट से आदिवासी की जमीन पर नहीं ले सकता है. अब हमने पेसा कानून लागू कर दिया है. अगर कोई गलत तरीके से जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करता है तो ग्राम सभा को ये अधिकार है कि वो हस्तक्षेप कर जमीन वापस दिला सकता है. मामा तुम्हारे साथ खड़ा होगा. हम जमीन जाने नहीं देंगे. मामा का बुलडोजर भी चलेगा.