Shankar Lalwani News: इंदौर के सांसद शंकर लालवानी कथित फर्जी पुरस्कार प्रमाण पत्र (fake award certificate) को लेकर खबरों में हैं. वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स सर्टिफिकेट को लेकर कांग्रेस उन पर निशाना साधा है. जिसमें लेकर दावा किया गया है कि उन्होंने 2024 का लोकसभा चुनाव सबसे ज़्यादा वोटों से जीता है और उन्हें ब्रिटिश पार्लियामेंट में सम्मानित किया जाएगा. कांग्रेस ने इस सर्टिफिकेट को फेक बताते हुए मांग की है कि लालवानी से जनता को गुमराह करने और देश की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए माफ़ी मांगे.


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जानिए पूरा मामला?
दरअसल, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने सर्टिफिकेट जारी कर कहा था कि शंकर लालवानी 2024 का लोकसभा चुनाव देश में सबसे ज्यादा वोटों से जीते हैं और 18 जुलाई को ब्रिटिश संसद में उन्हें सम्मानित किया जाएगा. हालांकि, सांसद लालवानी गुरुवार यानी 18 जुलाई को इंदौर में नजर आए. इसको लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा जांच करने पर पता चला कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स का दफ्तर इंदौर के नंदा नगर में है. बता दें कि कांग्रेस ने जब वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन को ईमेल किया तो जवाबी ईमेल में संतोष शुक्ला नाम के व्यक्ति का मोबाइल नंबर मिला.


'सर्टिफिकेट फर्जी है'
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिंह यादव का दावा है कि उन्होंने सांसद लालवानी को दिए जा रहे सम्मान के बारे में जानकारी लेने के लिए ब्रिटिश पार्लियामेंट को ईमेल किया. जिसके जवाब में कहा गया कि ब्रिटिश संसद को इस तरह के आयोजन की कोई जानकारी नहीं है और जांच की बात कही है. राकेश सिंह यादव ने लालवानी पर राष्ट्रीय शर्मिंदगी का आरोप लगाया और सर्टिफिकेट को फर्जी बताते हुए माफी की मांग की है.


अपने ऊपर लगे आरोपों के बावजूद शंकर लालवानी ने जोर देकर कहा है कि उनका सम्मान होगा. उनका दावा है कि ब्रिटेन में चुनाव के कारण कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था और अब यह 15 सितंबर को होगा. लालवानी का कहना है कि सम्मान मिलने के बाद कांग्रेस को इसका जवाब मिल जाएगा. लालवानी के लिए यह पहला विवाद नहीं है, वे इससे पहले भी जन्मतिथि (date of birth) और शैक्षणिक डिग्री ( educational degree) में विसंगतियों को लेकर विवादों में घिर चुके हैं.