Madhya Pradesh News/प्रमोद शर्मा: 'ब्राह्मण द ग्रेट' किताब लिखने वाले मध्य प्रदेश कैडर के IAS ऑफिसर नियाज खान एक बार फिर चर्चा में हैं. नियाज खान में हाल ही में दमोह के गंगा-जमुना स्कूल विवाद को लेकर मुस्लिमों को गौ रक्षक बनने और जबरन धर्मांतरण न करने की सलाह दी है. इस बयान के बाद प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही राजनीतिक दल नियाज खान के सपोर्ट में आ गए हैं और एक दूसरे पर झूठे समर्थन के आरोप लगा रही हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नियाज खान के बयान पर कांग्रेस ने समर्थन किया है.  प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के मीडिया प्रमुख केके मिश्रा ने कहा कि नियाज के बयान से में सहमत हूँ. जबरन धर्मांतरण कतई ठीक नहीं है. दूसरी ओर नियाज की मुस्लिमों को दी गई इस सलाह को भाजपा नैक बता रही है. भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि नियाज की सलाह पर कांग्रेस कैसे समर्थन कर सकती है. यकीन नहीं है तो दिग्विजय के गाय को लेकर दिया गया बयान और गोविंद सिंह के लव जिहाद को लेकर बयान सबको याद है.


कौन है नियाज खान?
नियाज खान मध्य प्रदेश कैडर के IAS ऑफिसर हैं. नियाज खान मुस्लिम धर्म की हिंसक छवि को मिटाने के लिए भी रिसर्च कर रहे हैं. उनका मानना है कि इस्लाम बदनाम होने के पीछे कई संगठनों की खराब छवि है. नियाज खान अब तक आधा दर्जन से ज्यादा किताबें भी लिख चुके हैं. इसके अलावा वो गैंगस्टर अबू सलेम पर भी किताब लिख चुके हैं. नियाज खान हिंदू धर्म से भी काफी प्रभावित हैं. इसके अलावा पिछले साल कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर उनकी टिप्पणी की वजह से परेशानी से घिरे थे. नियाज खान उपन्यासकार भी हैं. उनके 8 उपन्यास अभी तक प्रकाशित किए जा चुके हैं. उनका पिछला उपन्यास ब्राह्मण द ग्रेट काफी प्रचलित हुआ था.


ये भी पढ़ें- पंडित धीरेंद्र शास्त्री लिखेंगे हिंदू धर्म पर किताब, बोले- स्कूल-कॉलेज में फ्री में बांटी जाएगी...


नियाज खान ने मुस्लिमों के क्या बोला? 
IAS ऑफिसर नियाज खान ने एक ट्वीट करते हुए कहा- 'मुस्लिम भाई भी गोरक्षक बनें, धर्म परिवर्तन का विरोध करें, किसी का धर्म ना बदलवाएं. जबरन धर्म बदलवाना इस्लाम में प्रतिबंधित है. अगर शाकाहार अपना सकें तो यह एक बेहतरीन प्रयास होगा. हालांकि शाकाहारी बनने को बाध्य नहीं किया जा सकता. हर मुस्लिम भाई ब्राह्मणों से मधुर संबंध रखें.'