राहुल सिंह राठौर/उज्जैनः मध्य प्रदेश के उज्जैन में साइबर सेल के आरक्षक को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त की टीम ने रंगेहाथ पकड़ा है. फिलहाल लोकायुक्त की टीम आरक्षक से पूछताछ कर रही है. दरअसल आरक्षक ने फरियादी से 50 हजार रुपए की रिश्वत की डिमांड की थी लेकिन 10 हजार रुपए में बात तय हुई. वहीं फरियादी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त से कर दी और आरोपी आरक्षक को रंगेहाथ पकड़ लिया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है मामला
उज्जैन जिले में साइबर सेल में पदस्थ आरक्षक प्रवीण सिंह चौहान ने नीलगंगा थाना क्षेत्र स्थित शास्त्री नगर निवासी व्यवसायी देवेश अस्थाना को जुआ खेलते हुए पकड़ा था. हालांकि आरक्षक ने व्यवसायी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हुए उससे पैसों की डिमांड करनी शुरू कर दी. आरक्षक ने व्यवसायी को छोड़ने के 50 हजार रुपए मांगे लेकिन आखिर में 10 हजार रुपए पर बात बनी. 


व्यवसायी देवेश अस्थाना ने आरक्षक को रिश्वत के 10 हजार रुपए देने के लिए चेतन्य महावीर हनुमान मंदिर बुलाया. वहीं दूसरी तरफ लोकायुक्त टीम से इसकी शिकायत कर दी. जिसके बाद लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाकर मंदिर में ही आरोपी आरक्षक को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ लिया. लोकायुक्त निरीक्षक बसंत श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी आरक्षक 2 दिन से चुनाव ड्यूटी पर था. ऐसे में चुनाव के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की गई है. 


बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि लोकायुक्त ने ऐसी कार्रवाई की है. बीती 7 जून को भी लोकायुक्त की टीम ने एक पटवारी को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा था.पटवारी ने जमीन सीमांकन के नाम पर रिश्वत मांगी थी.