दमोह में हिंदू आस्था पर अटैक! असामाजिक तत्वों ने तोड़ा शिवलिंग, इलाके में तनाव
Attack On Hindu Faith in Damoh: दमोह में असामाजिक तत्वों ने प्राचीन शिव मंदिर का शिवलिंग तोड़ दिया है. घटना की जानकारी के बाद लोगों में आक्रोश और पूरे इलाके में तनाव की स्थिति है. मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा का संभाला है.
महेंद्र दुबे/दमोह: मध्य प्रदेश के दमोह (damoh) से एक बड़ी खबर है. जहां मड़ियादो इलाके में शिवलिंग को तोड़े (khandit shivling) जाने का मामला सामने आया है, जिसके बाद क्षेत्र में तनाव के हालात हैं. घटना की सूचना पाते ही जिला मुख्यालय से पुलिस अधिकरियों (police officers) की टीम मड़ियादो के लिए आ गई है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच करने के साथ अज्ञात आरोपी की तलाश में जुट गई है.
जानिए पूरा मामला
दरअसल दमोह जिले के मड़ियादो कस्बे में सरकारी गर्ल्स हॉस्टल के पास पुराना छोटा शिव मंदिर है. जहां हर दिन सैकड़ों लोग जल अर्पण करने आते हैं. सोमवार की सुबह जब लोग मंदिर पहुंचे तो लोगों ने देखा की शिवलिंग खंडित अवस्था में था. शिवलिंग के पास एक बड़ा पत्थर पड़ा था. जिससे साफ था की उसी पत्थर से शिवलिंग को खंडित किया गया. मंदिर परिसर के पास एक हाथ में पहनने वाला कड़ा और शराब की बोतल भी पड़ी थी, जिसके बाद कयास लागये जा रहे हैं की किसी शराबी ने इस घटना को अंजाम दिया गया है.
लोगों में आक्रोश
शिवलिंग खंडित होने की खबर पुलिस को दी गई. जिसके बाद मड़ियादो पूलिस ने मोर्चा संभाला है. वहीं बड़ी संख्या में लोग भी मौके पर जमा हैं. ग्रामीणों के मुताबिक इस इलाके में पहले भी शिवलिंग से छेड़छाड़ का मामला सामने आ चुका है और इस बार शिवलिंग खण्डित किया गया है. घटना के बाद लोगों में रोष है और अज्ञात तत्व को गिरफ्तार करने की मांग लोग कर रहे हैं.
इसके पहले भी शिव मंदिर को बना चुके हैं निशाना
आपको बता दें कि दो महीने पहले दमोह जिला मुख्यालय पर धरमपुरा इलाके में भी एक शिव मंदिर को निशाना बनाकर शिवलिंग खंडित किये जाने की वारदात सामने आई थी. हालांकि पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपी को धर दबोचा था. इस नई वारदात के बाद जिला मुख्यालय से पुलिस अधिकरियो की टीम मड़ियादो रवाना हुई है और पुलिस पूरे मामले की जांच करने के साथ अज्ञात आरोपी की तलाश में जुट गई है.
ये भी पढ़ेंः Holi Special: इस गांव में होली खेलने से नाराज हो जाते हैं देवी-देवता, 150 सालों से नहीं हुआ होलिका दहन