छतरपुर: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को चुनाव होंगे. इस बीच छतरपुर के कांग्रेस के बागी नेता के खुलासे से राजनैतिक क्षेत्र मे सनसनी फैल गई है. कांग्रेस से बगावत करके बीएसपी मे तीन दिन पहले शामिल हुए डीलमणि सिंह बब्बू राजा ने खुलासा किया है कि उनकी टिकट बागेश्वर धाम के बाबा की वजह से टिकट काटी गई है.


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दरअसल उन्होंने खुलासा करते हुए बताया कि बागेश्वर धाम के बाबा की कथा छिंदवाड़ा में करवाई गई थी. इस कथा के लिए बागेश्वर के बाबा के पास समय नहीं था लेकिन छतरपुर के कांग्रेस विधायक आलोक चतुर्वेदी (पज्जन) की वजह से उन्होंने कथा के लिये समय दिया. 


क्या कहा डीलमणी सिंह बब्बू राजा ने जानिए
मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के बागी नेता ने डीलमणी सिंह ने कहा कि कुछ समय पहले छतरपुर में क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किया गया था. जिसका आयोजन विधायक आलोक चतुर्वेदी ने कराया था. यहां बीजेपी के समर्थकों का सम्मान किया गया था. ये बात जब कमलनाथ के पास पहुंच गई थी.


इसके बाद जब मैं और पज्जन जी कमलनाथ के पास पहुंचे तो उन्होंने कहा कि मैंने सुना है आप (पज्जन) तो बीजेपी में जाने वाले हो. ये बात वहा चल गई थी. फिर कमलनाथ ने विकल्प ढूंठा कि छतरपुर में कौन लड़ सकता है. तो मेरा नाम सामने आया. मुझे चुनाव में उतरने के लिए कहा गया. मेरा छतरपुर से नाम भी तय हो गया लेकिन इसके बाद एक कथा छिंदवाड़ा में हुई. 


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छिंदवाड़ा में कथा से टिकट कटा
डीलमणी सिंह बब्बू राजा ने कहा कि छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा का आयोजन किया गया. जिसमें कांग्रेस विधायक आलोक चतुर्वेदी और काग्रेंस के एक और महाराजपुर विधायक नीरज चतुर्वेदी ने छिंदवाड़ा में कथा के लिये टेंट बगैरह-खाने पीने की व्यवस्था करवाई. इसी बीच ही कमलनाथ का दिमाग घुम गया और मेरा टिकट कट गया.


मैं सर्वे में अच्छा गया लेकिन कमलनाथ ने टिकट देने से मना कर दिया और कहा कि सिटिंग विधायक का टिकट कैसे काटे? इस वजह से मैंने अपनी पार्टी बदल दी.


रिपोर्ट- हरीश गुप्ता